एस्ट्राजेनेका के इस्तेमाल पर रोक, मचा हाहाकार, WHO ने 4 देशों से की बड़ी अपील

WHO के मुताबिक ये वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। WHO के प्रवक्ता क्रिश्चन लिंडिमायर ने कहा कि उनकी टीम वैक्सीन को लेकर मिले शिकायत की जांच कर रही है।

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Published on: 16 March 2021 4:09 AM GMT
एस्ट्राजेनेका के इस्तेमाल पर रोक, मचा हाहाकार, WHO ने 4 देशों से की बड़ी अपील
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एस्ट्राजेनेका से मची हाहाकार: WHO बोला- वैक्सीन से कोई खतरा नहीं, जारी रखें इस्तेमाल

लंदन: यूरोप के चार देशों में ऑक्सफोर्ड की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को लेकर हंगामा मचा है। एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद खून के थक्के जमने के गंभीर मामले सामने आने के बाद जर्मनी, फ्रांस, इटली और स्पेन ने सोमवार को इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन देशों से अपील की है कि वो वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक न लगाएं।

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WHO ने कहा- वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित

WHO के मुताबिक ये वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। WHO के प्रवक्ता क्रिश्चन लिंडिमायर ने कहा कि उनकी टीम वैक्सीन को लेकर मिले शिकायत की जांच कर रही है। साथ ही उन्होंनें ये भी कहा कि फिलहास ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है जिससे ये कहा जाय कि ऑक्सफोर्ड की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन सुरक्षित नहीं है। वहीं कंपनी और यूरोपीय नियामकों का भी कहना है कि ऐसा कोई सबूत नहीं है जो यह बताता हो कि ऐसी घटनाएं इस टीके के कारण हुई हैं। फ़िलहाल वैक्सीन को लेकर मंगलवार यानी WHO की बैठक भी होगी।

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ब्लड क्लॉटिंग की आ रही शिकायतें

दरअसल, यूरोप में कई देशों से एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद ब्लड क्लॉटिंग की रिपोर्ट आई है। हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि फिलहाल वैक्सीन को ब्लड क्लॉटिंग से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए। यूरोपिय संघ के देश और ब्रिटेन में अब तक करीब 17 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज़ दी गई है। इनमें से सिर्फ 40 ऐसे केस आए हैं जहां लोगों ने ब्लड क्लॉटिंग की शिकायक की है।

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एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर लगी रोक

बता दें कि इटली के दवा नियंत्रक ने शिकायत आने के बाद सोमवार को एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के इस्तेमाल पर अस्थायी रोक लगा दी। इटली ने कहा कि यह फैसला अन्य यूरोपीय देशों की ओर से उठाए गए कदमों के मद्देनजर लिया गया। दरअसल, इटली में 57 वर्षीय एक शिक्षक ने शनिवार को टीका लगवाया था और रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। इस मामले सहित अन्य ऐसे मामलों में शवों को परीक्षण के लिए भेजा गया है। फ्रांस और जर्मनी ने भी सोमवार को टीके के इस्तेमाल पर अस्थायी रोक लगा दी।

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