WHO ने कोरोना के इस नए लक्षण से किया आगाह, डॉक्टरों से दिखाने की दी सलाह

कोरोना वायरस को लेकर विश्व  स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस को लेकर जो भी बातें कही हैं उसके बारें में जानकर कई लोगों के होश भी उड़ सकते हैं।

Aditya Mishra
Published on: 17 May 2020 6:52 AM GMT
WHO ने कोरोना के इस नए लक्षण से किया आगाह, डॉक्टरों से दिखाने की दी सलाह
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वाशिंगटन: कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस को लेकर जो भी बातें कही हैं उसके बारें में जानकर कई लोगों के होश भी उड़ सकते हैं।

दरअसल डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के एक नए लक्षण के बारें में दुनिया को बताया है। कोरोना एक्सपर्ट ने कहा कि बोलने में दिक्कत होना कोरोना वायरस का 'गंभीर' लक्षण है।

डब्ल्यूएचओ की तरफ से ये जानकारी ऐसे समय पर दी गई है जब कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 3 लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है। अभी तक दुनियाभर के डॉक्टर यह कहते थे कि कफ या बुखार रहना कोरोना वायरस के दो मुख्य लक्षण हैं। लेकिन अब बोलने में दिक्कत होना भी कोरोना का एक लक्षण माना जा रहा है।

एक्सपर्ट का कहना है कि किसी व्यक्ति को बोलने में दिक्क‍त के साथ- साथ अगर चलने में दिक्कत हो रही है तो उसे फौरन डॉक्टंर को दिखाना चाहिए।

इस महामारी से ठीक हुए लोगों का कहना है कि अन्य लक्षणों के साथ-साथ बोलने में दिक्कत का होना कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संभावित लक्षण है।

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कोरोना वायरस के ये हैं गंभीर लक्षण

मेलबर्न की ला ट्रोबे यूनिवर्सिटी ने चेतावनी दी थी कि कोरोना वायरस की वजह से कई मरीजों में मनोरोग बढ़ रहा है। अध्ययन से जुड़े डॉक्टर एली ब्राउन ने कहा कि कोरोना वायरस हरेक के लिए बहुत तनावपूर्ण अनुभव है।

यह इंसान के आइसोलेशन में रहने के दौरान ज्यादा बढ़ रहा है। अध्ययन से जुड़े दल ने मर्स और सार्स जैसे अन्य वायरस का भी अध्ययन करके यह पता लगाने की कोशिश की कि क्या उनका इंसान की मानसिक स्थिति पर क्या असर पड़ रहा है।

विशेषज्ञों ने आगाह किया कि अगर किसी को ऐसी गंभीर दिक्कत हो रही है तो उसे तत्काल डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉक्टर के पास जाने से पहले हेल्पलाइन पर एक बार सलाह जरूर लें। उन्होंने कहा कि बोलने में दिक्कत हमेशा कोरोना वायरस का लक्षण नहीं होगा। कई बार दूसरी वजहों से भी बोलने में दिक्कत होती है। इसी सप्ताह हुए एक अन्यो शोध में कहा गया था कि कोरोना वायरस का एक अन्य लक्षण मनोविकृति भी है।

डब्ल्यूएचओ ने कहा, 'कोरोना वायरस से प्रभावित ज्यादातर लोगों को सांस लेने में हल्की परेशानी हो सकती है और वे बिना किसी खास इलाज के ठीक हो जाएंगे। कोरोना वायरस के गंभीर लक्षणों में सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द या दबाव, बोलना बंद होना या चलने फिरने में दिक्करत कोरोना वायरस के गंभीर लक्षण हैं।'

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कोरोना से 3 लाख से ज्यादा की मौत

इस वायरस से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित है, जहां 88 हजार 500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। उधर, रूस में भी हालात खराब होते जा रहे हैं। यहां कोरोना मरीजों की संख्या 2 लाख 72 हजार से ज्यादा हो चुकी है।

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से अभी तक 46 लाख 60 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से लगभग तीन लाख 10 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। मौतों का आंकड़ा 3 लाख 9 हजार से ज्यादा हो चुका है। वहीं, 17 लाख 77 हजार से अधिक ठीक भी हुए हैं।

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Aditya Mishra

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