Yogini Ekadashi Niyam:योगिनी एकादशी पर आज किया ये काम देगा आपको नाम और पहचान, जरूर करें पालन

Yogini Ekadashi : आषाढ़ माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी है। इस दिन भगवान श्रीहरि की पूजा-उपासना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के पुण्य-प्रताप से पापकर्मों के पाश से मुक्ति मिलती है। साथ ही भौतिक जीवन में सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं।

Update: 2024-07-02 05:32 GMT

Yogini Ekadashi significance : योगिनी एकादशी का व्रत सभी एकादशी में विशेष महत्व रखता है। माना जाता है कि इस व्रत को करने से जीवन में समृद्धि और आनंद की प्राप्ति होती है और साधक सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह व्रत मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है। माना जाता है इस व्रत से समस्त पापों से छुटकारा पाया जा सकता है। जो भक्त योगिनी एकादशी पर भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं, उन्हें मृत्यु के बाद भगवान विष्णु के चरणों में स्थान प्राप्त होता है।

योगिनी एकादशी आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष की तिथि को मनाई जाती है। इस बार यह तिथि 02 जुलाई 2024 को मंगलवार के दिन पड़ रही है।

एकादशी तिथि प्रारम्भ: 01 जुलाई, 2024 की सुबह 10 बजकर 28 मिनट से

एकादशी तिथि समाप्त: 02 जुलाई, 2024 की सुबह 08 बजकर 44 मिनट तक।

योगिनी एकादशी पारण मुहूर्त : 03 जुलाई 2024 की सुबह 05 बजकर 27 मिनट से 08 बजकर 14 मिनट तक

अवधि : 2 घंटे 47 मिनट

योगिनी एकादशी के दिन एक नहीं बल्कि दो-दो शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। दरअसल इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और त्रिपुष्कर योग रहने वाले हैं। समय की बात करें तो 2 जुलाई को सुबह 5:27 से अगले दिन यानी 3 जुलाई को 4:40 तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहने वाला है और त्रिपुष्कर योग 2 जुलाई को सुबह 8:42 से 3 जुलाई को 4:40 तक रहेगा। 

योगिनी एकादशी पर इन बातों का ध्यान दें

एकादशी के दिन सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करके साफ कपड़े धारण करें और एकादशी व्रत का संकल्प करें।

इस दिन यदि आपने व्रत रखा है तो अनाज न खाएं। सिर्फ फलाहार कर सकते हैं।

इस विशेष दिन में पानी का दान जरूर करना चाहिए।

किसी मंदिर में जाकर भोजन या अन्न का दान करना चाहिए।

सुबह-शाम तुलसी के पास घी का दीपक जलाना चाहिए और तुलसी की 7 बार परिक्रमा करनी चाहिए।

शाम को भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी की भी विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए।

एकादशी के दिन रात को सोने के बजाय भजन-कीर्तन करते हुए जागरण करना चाहिए।

अगली सुबह किसी ब्राह्मण को भोजन कराने और क्षमता अनुसार दान और दक्षिणा देकर, उसके बात व्रत का संकल्प करना चाहिए।

योगिनी एकादशी के दिन इन कामों से बचें

योगिनी एकादशी के दिन चोर, पाखंडी और दुराचारी मनुष्य के पास नहीं जाना चाहिए।

एकादशी के दिन भूलकर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी ही किसी और को खिलाना चाहिए ।

जुआ, निद्रा, पान, निंदा, चुगली, चोरी, हिंसा, क्रोध तथा झूठ आदि गलत कामों को नहीं करना चाहिए और ऐसा काम करने वालों से भी दूर रहना चाहिए।

एकादशी के दिन घर में घर पर झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है ।

इस दिन बाल, नाखून नहीं काटने चाहिए।

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