Tata Nano: अरे! 22 करोड़ की 'टाटा नैनो', जानिए क्या है इसमें खास; TATA की महंगी गाड़ियों में सबसे अधिक कीमत
Tata Nano: रतन टाटा की ड्रीम कार नैनो का अलग ही स्वैग है। सबसे सस्ती गाड़ी महंगी गाड़ियों की सूची में शामिल हो गई।
Ratan Tata Dream Car: वैसे तो टाटा की गाड़ियां कई मायनों में बहुत अच्छी मानी जाती हैं। चाहे मजबूती हो या बजट हर हिसाब से ऑटोमोबाइल मार्केट (Automobile Market) में टाटा की गाड़ी खूब पसंद की जा रही है। ऐसे में टाटा ने एक बहुत सामान्य कीमत में टाटा नैनो (Tata Nano) लांच की थी हालांकि अब मार्केट में नहीं आ रही है। लेकिन इसकी इलेक्ट्रिक वर्जन जल्द ही मार्केट में आएगा। ये टाटा की सबसे सस्ती गाड़ी थी। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि टाटा ने इसी सस्ती गाड़ी को 22 करोड़ की कीमत से लांच की। जानिए इस गाड़ी की कीमत आखिर इतनी कैसे?
दरअसल, ऑटोमोबाइल की दुनिया में राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय फलक पर अलग मुकाम बना चुकी टाटा ने कई ऐसी गाड़ियां मार्केट में लांच की, जो ऐतिहासिक हो गई। इसी में से एक थी टाटा नैनो और टाटा नैनो लखटकिया। एक कार देश में सबसे सस्ती तो दूसरी देश की सबसे महंगी कारों की सूची में शामिल हुई। देश के मशहूर बिज़नेसमैन रतन टाटा ने साल 2008 में अपनी ड्रीम कार टाटा नैनो (Tata Nano) लॉन्च की थी। इसे महज 1 लाख रुपये की क़ीमत में लॉन्च की थी। हालांकि इस समय नैनो मार्केट में उपलब्ध नहीं है। लेकिन सूचना है कि टाटा मोटर्स जल्द ही टाटा नैनो को इलेक्ट्रिक अवतार में वापस ला रही है।
टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने नैनो की तरह या कहे कि नैनो का ही लखटकिया मॉडल निकाला। ये देश की सबसे महंगी गाड़ियों की सूची में आयी। इसकी क़ीमत 22 करोड़ रुपये थी। इसी वजह से ‘टाटा नैनो’ को दुनिया की सबसे सस्ती और सबसे महंगी कार होने का ख़िताब भी मिला। हालांकि ये कार ऑटोमाबोइल मार्केट में बिक्री के लिए नहीं थी।
टाटा ने पेश की सोने की गाड़ी
टाटा मोटर्स (Tata Motors) ऑटोमोबाइल की दुनिया में ऐसा ब्रांड है, जिसने सोने की गाड़ी तैयार की। रतन टाटा ने ‘गोल्डप्लस टाटा नैनो’ को दुनिया की पहली सोने के आभूषण वाली कार के रूप में पेश किया गया था। ये महंगी कार सोने और चांदी से बनी थी। इसके अलावा इसमें महंगे महंगे पत्थर भी जड़े हुए थे। इसकी 80 किलो की बॉडी 22 कैरेट सॉलिड गोल्ड और 15 किलो सिल्वर से बनाई गई थी। वहीं इसमें डायमंड और रूबी सहित कई क़ीमती पत्थर भी लगाए गए थे। टाटा ने ये नैनो कार को भारतीय ज्वेलरी आर्ट के 5000 साल पूरे होने पर समर्पित किया था। इसे 5 डिज़ाइनरों ने मिलकर 8 महीने में तैयार किया था।