Fastag on Highway: हाईवे पर लंबा सफर तय करने जा रहे, रखिए इन खास बातों का ध्यान, वरना टोल टैक्स बनेगा परेशानी का सबब
Fastag Important on Highway: के साथ इन हाई वे पर निर्मित टोल टैक्स प्लाजा पर फास्टैग का उपयोग भी आवश्यक हो चुका है। लेकिन इस दौरान आपसे की गई एक चूक आप पर भारी पड़ सकती है।
Fastag Important on Highway: क्या आप फैमिली या फ्रेंड्स के साथ या फिर दूसरे किसी जरूरी काम से अपनी कार पर सवार होकर कहीं दूर की ट्रिप पर जाने का प्रोग्राम बना रहें हैं। जाहिर सी बात है कि दूर का सफर तय करने में आजकल हाइवे काफी सुविधाजनक साबित होते हैं, तो आप भी सड़कों के भीड़ भाड़ से बचने के लिए इन हाइवे का ही सफर तय करना मुनासिब समझेंगे। वैसे भी सड़क परिवहन विभाग द्वारा भारत में लगातार एक्सप्रेस-वे और हाइवे का निर्माण कर उन्हें काफी सुव्यवस्थित और सुविधा संपन्न बनाने की कोशिशें लगातार की जा रहीं हैं।
इसी के साथ इन हाई वे पर निर्मित टोल टैक्स प्लाजा पर फास्टैग का उपयोग भी आवश्यक हो चुका है। लेकिन इस दौरान आपसे की गई एक चूक आप पर भारी पड़ सकती है। असल में कई ऐसे मामले देखने को मिले हैं, जिनकी वजह से आपको टोल टैक्स प्लाजा जो कि आपकी सुविधा के लिए और आपके समय की बचत के लिहाज से उन्हें तकनीकी तौर पर अपडेट किया गया हैं, लेकिन वही आपके लिए एक मुसीबत का सबब बन जाते हैं। जिसकी वजह से आपका काफी ज्यादा समय भी बर्बाद हो जाता है।असल में यदि सफर के दौरान टोल प्लाजा क्रॉस करते वक्त आपके फास्टैग में समुचित बैलेंस मौजूद नहीं होता है तो आपको बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है, आइए जानते हैं इस समस्या से जुड़े कारण और उससे बचने के उपाय के बारे में-
क्या आपके फास्टटैग में पर्याप्त राशि मौजूद है
हाईवे पर सफर करने से पहले इस बात का खासा ध्यान रखने की जरूरत होती है कि आपके फास्टटैग में पर्याप्त मात्रा में धनराशि मौजूद हो। बैलेंस कम होने के बाद अगर आप अगले टोल प्लाजा पर पहुंचते है तो समझिए की मुसीबत आपका रास्ता देख रही है। यानी जब आप जरूरत से कम बैलेंस के साथ टोल को क्रॉस करते हैं तो आपका फास्टैग अनसफीशियंट अमाउंट शो कर ब्लैकलिस्ट हो जाता है।
जिसके पश्चात टोल पर मौजूद कर्मियों द्वारा आपसे जरूरत से कहीं ज्यादा पेनाल्टी अमाउंट चार्ज किया जाता है। इस तरह आपका कीमती समय खराब होने के साथ ही वाहन सवार की कई बार वहां मौजूद कर्मचारियों से बहस भी हो जाती है।
लो-बैलेंस संदेश व्यवस्था का होना है जरूरी
अकसर जब हम लोग अपनी कार से जब हाइवे का सफर करते हैं तो कई बार टोल को क्रॉस करते हैं ऐसे में सफर के दौरान बैलेंस कम होता जाता है। लेकिन हम उस समय इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाते कि मौजूदा बैलेंस आखिर कितना पहुंच गया है।और अगले टोल पर पेमेंट के समय हमे ब्लैकलिस्ट होने की जानकारी का पता चलता है। ऐसे में अगर फास्ट टैग की सुविधा के साथ एक ऐसी व्यवस्था का भी ध्यान रखा जाए कि अगर फास्ट टैग बैलेंस कम हो जाता है तो उसकी जानकारी वाहन चालक को लो बैलेंस संदेश मिल सके। जिसकी मदद से समय रहते वाहन चालक को इस बात की जानकारी मिल जाएगी और वो टोल को क्रॉस करने से पहले ही फास्ट टैग बैलेंस को रिचार्ज कर सकेगा। इसी के साथ टोल प्लाजा पर अकसर ब्लैक लिस्टेड होने पर वाहन चालक का समय भी खराब नहीं होगा।
फास्टैग वर्किंग प्रोसीजर
आइए जानते हैं कि हाइवे पर टोल टैक्स वसूलने के लिए बनाए गए फास्टैग नियम का आखिर वर्किंग प्रोसीजर क्या होता है। असल में फास्ट टैग एक तरह के स्टीकर की तरह होता है जिसे वाहन की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है। जिसे आपके राजिस्टर्स बैंक के साथ लिंक किया जाता है। कुछ फास्टैग को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से रिचार्ज किया जाता है। जिसके बाद जब आप टोल प्लाजा से गुजरते हैं तो वहां पर आरएफआईडी के उपयोग से फास्टैग से ऑटो पेमेंट हो जाता है।