Bihar : बेगूसराय फायरिंग में बड़ी कार्रवाई, SP ने किया 7 पुलिसकर्मियों को संस्पेंड, BJP का नीतीश पर हमला तेज
Bihar: बेगूसराय में सनकी बाइक सवार अपराधियों द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला।
Bihar Crime News : बिहार के बेगूसराय जिले की सड़कों पर हुए 'खूनी तांडव' में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी ने 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। ज्ञात हो कि, अभी तक दोनों आरोपियों की की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। उनकी धर-पकड़ के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं, जो विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। इस मामले ने अब सियासी तूल पकड़ लिया है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा आज घायलों से मिलने बेगूसराय पहुंचे।
बिहार के बेगूसराय जिले में बाइक सवार सनकी अपराधियों की ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) पर बड़ा हमला बोला है। पार्टी नेताओं ने बिहार में जंगलराज का आरोप लगाते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे (Ashwini Choubey) व गिरिराज सिंह (Giriraj Singh), विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) और पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) ने नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा, कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो चुकी है। चौबे ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा देने की मांग की।
क्या था मामला?
इस बीच पुलिस बेगूसराय में ताबड़तोड़ फायरिंग करने वाले अपराधियों को गिरफ्तार करने में अभी तक नाकाम रही है। इन अपराधियों ने मंगलवार को जिले में कई स्थानों पर खुलेआम फायरिंग करते हुए 11 लोगों को घायल कर दिया था। इस फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि अन्य घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है। पुलिस की ओर से इन अपराधियों को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है मगर अभी तक पुलिस को कामयाबी नहीं मिल सकी है।
बिहार में पूरी तरह 'जंगलराज'
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) ने नीतीश सरकार (Nitish Sarkar) पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि, बेगूसराय की घटना से बिहार में 'जंगलराज' होने की पुष्टि होती है। मुख्यमंत्री जंगलराज को जनता का राज बताने की कोशिश में जुटे हुए हैं। राज्य में अपराधी तत्व फिर सक्रिय हो गए हैं और अपराधियों में पुलिस का तनिक भी खौफ नहीं है। बेगूसराय में कल घूम-घूम कर की गई ताबड़तोड़ फायरिंग से सारी सच्चाई सामने आ गई है। मुख्यमंत्री सिर्फ बैठकों में व्यस्त हैं और बिहार में चारों ओर अराजकता का माहौल दिख रहा है। सच्चाई तो यह है कि बिहार में सरकार नाम की चीज ही नहीं रह गई है।
मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, सुशील मोदी और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री को घेरते हुए कहा कि बेगूसराय की घटना से राज्य में अपराधियों के फिर सक्रिय होने का संकेत मिलता है। राज्य के विभिन्न जिलों में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं दिख रहा है। सुशील मोदी ने कहा कि ऐसी घटना शायद ही पहले कभी हुई हो। यह सरकार की बहुत बड़ी विफलता का संकेत है। चौबे ने कहा कि ऐसे माहौल में मुख्यमंत्री को अपने पद पर रहने का हक नहीं है। उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
नीतीश राज में अपराधियों का मनोबल बढ़ा
भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि बेगूसराय में साठ के दशक जैसे हालात बन गए हैं। उन्होंने कहा, कि राजनीति, अपराधियों और ठेकेदारों की सांठगांठ के संबंध में पुलिस प्रशासन को पहले ही जानकारी दी गई थी मगर कोई कदम नहीं उठाया गया। जिले में अपराधियों का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को हुई घटना दिल दहलाने वाली है। इस घटना में दर्जन भर लोगों को घूम-घूम कर गोली मारी गई और एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस को इस मामले में जल्द से जल्द सख्त कदम उठाने चाहिए। राज्य के पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बेगूसराय की घटना से पूरी दुनिया में बिहार का नाम बदनाम हुआ है। इस घटना से पता चलता है कि राज्य में अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ चुका है।
पुलिस के हाथ अभी तक खाली
इस बीच बेगूसराय में घूम-घूम कर हुई फायरिंग की इस घटना में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। एसपी योगेंद्र कुमार का कहना है कि सभी थानों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह वाहन चेकिंग करके अपराधियों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि बाइक पर सवार दो अपराधियों ने जिस तरह इस घटना को अंजाम दिया है, उसे देखते हुए वे साइको किलर लग रहे हैं। एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के जरिए अपराधियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।