बिहार विधानसभा चुनाव की हलचल, झारखंड में लेफ्ट पार्टियां उत्साहित

भाकपा माले के झारखंड प्रदेश सचिव जनार्दन प्रसाद की मानें तो सम्मानजनक समझौता होने से न सिर्फ पार्टी को बल्कि महागठबंधन को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा।

Update: 2020-10-05 17:10 GMT
विधानसभा चुनाव भले ही बिहार में हो रहे हों लेकिन उसकी तपिश झारखंड में महसूस की जा सकती है। खासकर वामदल महागठबंधन में हिस्सा मिलने से खुश हैं।

विधानसभा चुनाव भले ही बिहार में हो रहे हों लेकिन उसकी तपिश झारखंड में महसूस की जा सकती है। खासकर वामदल महागठबंधन में हिस्सा मिलने से खुश हैं। विशेषकर भाकपा माले सीटों के बंटवारे को अपनी जीत के तौर पर देख रही है। पार्टी को बिहार विधानसभा चुनाव में 19 सीटें मिली हैं जो बाकी लेफ्ट पार्टियों के मुकाबले काफी ज्यादा हैं। माले की मानें तो बिहार में उसका जनाधार अन्य वामदलों के मुकाबले अधिक है। सीटें अधिक मिलने से महागठबंधन को लाभ मिलेगा।

20 सीटों की मांग, 19 सीटों पर समझौता

भाकपा माले की झारखंड इकाई की मानें तो पार्टी ने महागठबंधन के सामने 20 सीटों की मांग की थी। लेकिन 19 सीटों पर बात बनी। पार्टी के झारखंड प्रदेश सचिव जनार्दन प्रसाद की मानें तो सम्मानजनक समझौता होने से न सिर्फ पार्टी को बल्कि महागठबंधन को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा।

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झारखंड में लेफ्ट पार्टियां उत्साहित (फाइल फोटो)

उन्होने कहा कि, राजद ने भाकपा माले के बढ़ते जनाधार को महसूस किया है। यही वजह रही कि, पार्टी के खाते में 19 सीटें गईं हैं। ग़ौरतलब है कि, झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन के साथ समझौता नहीं होने की वजह से वाम दलों ने अकेले चुनाव लड़ा था। चुनाव में भाकपा माले को एक सीट पर जीत मिली थी। जिसके बाद पार्टी ने हेमंत सोरेन सरकार को बाहर से समर्थन दिया।

सीपीआई सीट बंटवारे से खुश नहीं

झारखंड में लेफ्ट पार्टियां उत्साहित (फाइल फोटो)

बिहार विधानसभा चुनाव सीट शेयरिंग में सीपीआई को मात्र 06 सीटें दी गई हैं। पार्टी ने इसे स्वीकार भी कर लिया है। हालांकि, पार्टी की झारखंड इकाई इससे इत्तेफाक नहीं रखती है। पार्टी नेता अजय कुमार सिंह की मानें तो सीपीआई को और अधिक सीटें मिलनी चाहिए थी।

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हालांकि, वे मानते हैं कि, महागठबंधन को बहुमत मिलना तय है। अजय कुमार सिंह कहते हैं कि, लोजपा की वजह से एनडीए को नुकसान उठाना पड़ेगा। भाजपा ने नीतिश कुमार के साथ दोहारा खेल खेला है। नीतिश कुमार के सामने चिराग पासवान को खड़ा कर दिया गया है।

महागठबंधन में झामुमो को मिलेगा हिस्सा

झारखंड में लेफ्ट पार्टियां उत्साहित (फाइल फोटो)

सीट शेयरिंग में झारखंड की सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा को भी एडजस्ट किया जाएगा। तेजस्वी यादव ने अपनी प्रेस वार्ता में भी इसका ज़िक्र किया था। झामुमो पहले से सीटों की मांग करती रही है। पार्टी ने राजद के सामने 12 सीटों की मांग रखी है।

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अब देखना होगा कि जेएमएम के खाते में कितनी सीटें जाती हैं। वाम दलों को उम्मीद है कि, झारखंड मुक्ति मोर्चा को महागठबंधन में जगह दी जाएगी। हालांकि, सीटों की संख्या को लेकर तस्वीर अभी साफ नहीं हैं।

नीतिश कुमार के ख़िलाफ गोलबंदी

झारखंड में लेफ्ट पार्टियां उत्साहित (फाइल फोटो)

वाम दलों का मानना है कि, पिछले 15 वर्षों के कार्यकाल से साफ है कि, बिहार की जनता नीतिश कुमार के शासन से खुश नहीं है। भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद कहते हैं कि, बात चाहे कोरोना से निपटने की हो या फिर बाढ़ नियंत्रण का प्रश्न हो नीतिश कुमार हर जगह फेल रहे हैं।

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नीतिश कुमार से किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं की जा सकती है। सीपीआई भी नीतिश कुमार के शासन को हर मोर्चे पर विफल करार देती है। पार्टी नेता अजय कुमार सिंह कहते हैं कि, बिहार में भ्रष्टाचार का आलम है। लिहाज़ा, महागठबंधन के पक्ष में लहर है। ऐसे में नीतिश को गद्दी छोड़नी पड़ेगी।

रिपोर्ट- शहनवाज़

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