बिहार के हालात: अधिकारियों की अहम बैठक, कोरोना-बाढ़ संकट से बचने का बना प्लान

बिहार में बाढ़ की स्थिति को देखते शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से आलाधिकारियों के बीच बैठक हुई। इस दौरान कोरोना और बाढ़ के हालातों पर चर्चा हुई ।

Update:2020-09-04 23:53 IST
बिहार में बाढ़ की स्थिति को देखते शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से आलाधिकारियों के बीच बैठक हुई। इस दौरान कोरोना और बाढ़ के हालातों पर चर्चा हुई ।

पटनाः बिहार में बाढ़ की स्थिति को देखते शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से पुलिस विभाग के आलाधिकारियों, सचिव स्वास्थ्य, अपर सचिव, आपदा प्रबंधन और जल संसाधन विभाग के प्रभारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल के अधिकारीयों के बीच बैठक हुई। इस दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर किये जा रहे कार्यों के संबंध में चर्चा की गयी।

बिहार के हालातों पर आलाधिकारियों की बैठक

बिहार के हालातों को लेकर वीडियो कॉंन्फ्रेसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार, अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू एवं जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में मीडिया के साथ संवाद किया गया।

कोविड-19 की वर्तमान स्थिति से निपटने पर चर्चा

सचिव, सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा लगातार सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। कोविड-19 की स्थिति में उतरोत्तर सुधार हो रहा है। कल टेस्ट की संख्या डेढ़ लाख से ज्यादा हो गई है। बिहार का रिकवरी रेट बढ़कर 88 प्रतिशत के करीब हो गया है। पर्याप्त संख्या में बेड्स उपलब्ध हैं। पूरी स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है।

सओपी के तहत राहत एवं बचाव की कार्रवाई

उन्होंने बताया कि बाढ़ की स्थिति भी सामान्य हो रही है। बाढ़ के दौरान एसओपी के तहत राहत एवं बचाव की कार्रवाई होती है इसलिए किसी प्रकार की समस्या नहीं आती है क्यांेकि एस0ओ0पी0 में यह स्पष्ट है कि क्या-क्या और कैसे कार्रवाई करनी है। जी0आर0 का वितरण भी बाढ़ प्रभावित परिवारों के बीच त्वरित एवं बेहतर तरीके से किया जा रहा है। अधिकांश परिवारों के बैंक खाते में जी0आर0 का भुगतान किया जा चुका है।

रोजगार सृजन पर भी सरकार का विशेष ध्यान

अनुपम कुमार ने बताया कि आज मुख्यमंत्री ने एससी/एसटी एट्रोसिटीज एक्ट के अंतर्गत सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक की है और इस बैठक में विस्तृत चर्चा हुई है। उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर भी सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 212 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 56 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है।

कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,435 लोग स्वस्थ हुए

सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,435 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 1,26,411 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 1,978 नये मामले सामने आये हैं। वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 16,981 एक्टिव मरीज हैं। पिछले 24 घंटे में 1,50,195 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 37,21,250 है। उन्होंने बताया कि जांच की संख्या लगातार बढ़ायी जा रही है और ट्रीटमेंट, रिकवरी सहित अन्य सभी आवश्यक बिन्दुओं पर निरंतर अनुश्रवण किया जा रहा है।

गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा

अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा 01 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 533 वाहन जब्त किये गये हैं और 16 लाख 40 हजार 200 रूपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है। इस दौरान 01 कांड दर्ज किया गया है और 05 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है।

05 करोड़ 93 लाख 21 हजार 320 रुपए जुर्माना वसूला

इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक 89 कांड दर्ज किये गए हैं और 165 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। कुल 21,274 वाहन जब्त किए गए हैं और करीब 05 करोड़ 93 लाख 21 हजार 320 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 4,366 व्यक्तियों से 02 लाख 18 हजार 300 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है।

मास्क न पहनने वाले 1,59,071 व्यक्तियों से 79 लाख जुर्माना वसूला

वहीं 01 अगस्त से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 1,59,071 व्यक्तियों से 79 लाख 53 हजार 550 रूपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।

ये भी पढ़ें- अयोध्या में 25 राज्यों का दिखेगा संगम, हो गयी तैयारी, ये है सरकार का रोडमैप

जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बताया कि गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज पर आज 92,900 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति स्थिर है। वाराणसी और बक्सर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने की प्रवृत्ति में है लेकिन खतरे के निशान से नीचे है। गंगा का जलस्तर गांधी घाट, हाथीदह एवं कहलगांव में खतरे के निशान से क्रमशः 13 सेंटीमीटर, 33 सेंटीमीटर एवं 14 सेंटीमीटर ऊपर है। कोशी नदी में 90,160 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति फॉलिंग है। सोन नदी में इन्द्रपुरी बराज पर आज 32,569 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की है।

अगले तीन दिनों तक बिहार और नेपाल में भारी बारिश

अन्य सभी नदियां गेज स्थलों पर खतरे के निशान से नीचे प्रवाहित हो रही हैं। वर्षापात के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों तक बिहार और नेपाल की सभी नदियों की बेसिन में लाइट टू मोडरेट वर्षापात होने की संभावना व्यक्त की गयी है। जल संसाधन विभाग द्वारा सतत् निगरानी एवं चैकसी बरती जा रही है।

नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क

अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहाँ आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। सारण जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 05 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 22,710 लोग भोजन कर रहे हैं।

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात

सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रतिनियुक्त हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है। अब बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।

ये भी पढ़ेंः खुलेंगे स्कूल: सरकार का बड़ा फैसला, इन छात्रों को मिलेगा मौका

उन्होंने बताया कि अभी तक बाढ़ प्रभावित 16,49,216 परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार 6,000 रुपये की दर से कुल 989.53 करोड़ रुपये जी0आर0 की राशि भेजी जा चुकी है। सभी लाभान्वित परिवारों को एस0एम0एस0 के माध्यम से सूचित भी किया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है।

रामचंद्र डू ने बताया कि बाढ़ से हुई क्षति का ऑन द स्पॉट आकलन करने के लिए पीयूष गोयल संयुक्त सचिव गृह मंत्रालय, भारत सरकार के नेतृत्व में छह सदस्यीय इंटरमिनिस्ट्रियल टीम ने 2 सितम्बर से लेकर आज फस्र्ट हाफ तक राज्य का भ्रमण किया है।

पीयूष गोयल के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम

पीयूष गोयल (संयुक्त सचिव, मिनिस्ट्री ऑफ होम) के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम में मेंबर्स के रूप में सौरभ कुमार दुबे (डायरेक्टर, मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डेवलपमेंट), दीपेन्द्र कुमार (डायरेक्टर, मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस), बिरेन्द्र सिंह (डायरेक्टर, डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर), संजीव कुमार सुमन (डायरेक्टर, जल शक्ति मंत्रालय), प्रदीप कुमार लाल (सुपरिटेंडिंग इंजीनियर, मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज) शामिल थे।

ये भी पढ़ेंः बिहार में सीटों के लिए मारामारी तेज, मांझी के एनडीए में आने से BJP की उलझनें बढ़ीं

दो-दो सदस्यों की तीन टीमें बनाकर गोपालगंज, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में ऑन स्पॉट फिल्ड विजिट के दौरान लोगों से बात कर वेरीफाई किया गया। आज केन्द्रीय टीम के साथ डि ब्रिफीबिंग सेशन भी किया गया, जिसमें संबंधित विभाग के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव और सचिव ने वस्तु स्थिति की जानकारी दी। केन्द्रीय दल ने राज्य सरकार के राहत एवं बचाव कार्यों की काफी सराहना की है। बिहार में जो फ्लड आया है इसे केन्द्रीय टीम ने सीवियर फ्लड सिचुएशन माना है।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News