बिहार में शराबियों पर सख्ती की तैयारी, सरकारी छोड़ो निजी कंपनियों में भी नहीं मिलेगी नौकरी !

बिहार (Bihar) में शराब तस्करों पर नकेल कसने के लिए मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग कड़े कदम उठाने लगे हैं। इसके तहत Excise & Prohibition Dept ने हर जिले में 50 किलोमीटर की दूरी पर एक गश्ती दल लगाया है।

Update: 2021-11-30 08:08 GMT

बिहार (Bihar) में शराब तस्करों (Liquor Smugglers) पर नकेल कसने के लिए मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग (Excise & Prohibition Dept) कड़े कदम उठाने लगे हैं। इसके तहत Excise & Prohibition Dept ने हर जिले में 50 किलोमीटर की दूरी पर एक गश्ती दल लगाया है। यह दल सड़क से लेकर नदियों तक शराब तस्करी पर पैनी नजर रखेगा।

बताया जा रहा है, कि इसके लिए ड्रोन (Drone) की भी मदद ली जाएगी। इसके अलावा शराब पीने वालों की धरपकड़ की रफ्तार बढ़ाने के लिए विभाग ने उपयुक्त संख्या में 'ब्रेथ एनालाइजर' (Breath Analyser) की खरीद की टेंडर (निविदा) निकाली है। इसे हर गश्ती दल को दिया जाएगा। वहीं, गुप्त सूचना देने वालों को प्रोत्साहन राशि इनाम के तौर पर दिया जाएगा। जिलों में छापेमारी और गश्ती के लिए गाड़ी और ईंधन की भी व्यवस्था की जा रही है।

निजी क्षेत्र में भी नौकरी देने पर लगेगी रोक!

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिनों सरकारी कर्मचारियों को शराब न पीने की शपथ दिलाते हुए उनकी जिम्मेदारी भी तय करने की बात कही थी। अब एक अन्य सख्त कदम के रूप में नीतीश सरकार निजी क्षेत्र पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। इसके तहत शराबियों को नौकरी नहीं देने का कदम उठाया जा सकता है।

नीतीश मंत्रिमंडल ने ली शपथ

उल्लेखनीय है, कि 26 नवंबर को बिहार के सीएम नीतीश कुमार तथा उनके मंत्रिमंडल ने पटना के ज्ञान भवन में मौजूद अन्य लोगों के साथ शराब का सेवन नहीं करने की शपथ ली थी। नीतीश मंत्रिमंडल ने शपथ ली, कि वो न तो शराब का सेवन करेंगे और न ही इससे जुड़ी किसी गतिविधि में हिस्सा लेंगे। इससे पहले नीतीश कुमार कई मौकों पर बोल चुके हैं कि महिलाओं की मांग पर यह कानून बनाया था। 

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