Bihar: चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप ने किया सरेंडर, पुलिस ने घर की कुर्की की, जानें क्या है आरोप
Bihar: पुलिस मनीष कश्यप की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। मनीष ने बेतिया के जगदीशपुर ओपी में आत्मसमर्पण किया है।
Bihar: चर्चित यूट्यूबर और सच तक न्यूज के नाम से मीडिया चैनल चलाने वाले मनीष कश्यप ने आखिरकार पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। फेक वीडियो मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद मनीष फरार चल रहे थे। पुलिस उनकी तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। मनीष ने बेतिया के जगदीशपुर ओपी में आत्मसमर्पण किया है।
तमिलानाडु में बिहार से आए मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो वायरल करने के मामले में फंसे पत्रकार मनीश कश्यप पर राजधानी पटना में तीन केस दर्ज हैं। इनमें से 2 केस आर्थिक अपराध ईकाई (ईओयू) ने तमिलनाडु मामले में फेक वीडियो को लेकर दर्ज किया है। वहीं, तीसरा वीडियो अपनी झूठी गिरफ्तारी बात वायरल करने को लेकर दर्ज किया गया है।
मनीष के घर कुर्की करने पहुंची पुलिस
मनीष कश्यप पश्चिम चंपारण जिले के मझौलिया थाना क्षेत्र के डुमरी महनवा गांव का रहने वाला है। उसपर पश्चिम चंपारण में भी सात मामले दर्ज हैं। इन्हीं में से एक मामले में कुर्की की कार्रवाई करने शनिवार सुबह पुलिस उनके घर पहुंची। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई शुरू की। बताया जाता है कि पुलिस की लगातार दबिश और कुर्की के डर से ही मनीष ने आज सरेंडर किया है।
मनीष ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पटना हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जो खारिज हो गई। जिसके बाद सरेंडर के अलावा उसके पास और कोई रास्ता नहीं बचा था। मनीष कश्यप के खिलाफ पश्चिम चंपारण में दर्ज 7 मामले में से 5 में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। उसे एक मामले में जमानत मिल चुकी है। जबकि एक अन्य मामले में हाईकोर्ट ने उसकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
मनीष कश्यप पर क्या है आरोप ?
मनीष कश्यप ने BNR News हनी नाम के एक यूट्यूब चैनल के एक वीडियो को शेयर किया था। वीडियो में दिखाया गया था कि किस तरह तमिलनाडु में बिहारी मजूदरों के साथ हिंसा की जा रही है। पुलिस ने जांच में वीडियो को फेक पाया। अनुसंधान में पता चला कि वीडियो को मनीष के ही एक साथी राकेश ने पटना में शूट किया था और 6 मार्च को इसे इंटरनेट पर अपलोड कर दिया गया। इस वीडियो में पट्टी बांधे गए दो युवकों अनिल कुमार और आदित्य कुमार को मजदूर के रूप में दिखाया गया है। पुलिस ने वीडियो बनाने वाले राकेश कुमार रंजन को गिरफ्तार कर लिया है और उसने गुनाह कबूल भी कर लिया है।
कौन है यूट्यूबर मनीष कश्यप ?
यूट्यूबर मनीष कश्यप के सोशल मीडिया पर लाखों की संख्या में फॉलोअर्स हैं। सच तक नामक यूट्यूब चैनल के जरिए पत्रकारिता करने वाले मनीष के वीडियोज काफी वायरल होते हैं। उसका जन्म 9 मार्च 1991 को पश्चिम चंपारण के डुमरी महनवा गांव में हुआ था। उसके पिता सेना से रिटायर्ड हैं। उसका असली नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी है। लेकिन हर जगह वह खुद को ‘सन ऑफ बिहार मनीष कश्यप’ बताता है।
2009 में 12वीं करने के बाद मनीष इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने पुणे चला गया। 2016 में उसने पुणे की सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री हासिल की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले मनीष ने दो साल बाद माइक पकड़कर पत्रकारिता करनी शुरू कर दी और जैसे-जैसे उसके वीडियो वायरल होते गए, वो लोकप्रिय होता गया। उसके सब्सक्राइबर्स की संख्या लाखों में है। इतना ही नहीं इंजीनियर से पत्रकार बने मनीष ने नेतागिरी में भी हाथ आजमायी। साल 2020 के विधानसभा चुनाव में चनपटिया विधानसभा सीट से उसने निर्दलीय नामांकन भरा था। लेकिन कामयाबी नहीं मिली।