Bihar News: लालू के दोनों बेटों के बीच रार, तेजस्वी के संबोधन के दौरान उठकर चल दिए तेज प्रताप, नहीं मिला बोलने का मौका

Bihar Politics: राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के रिश्ते ठीक-ठाक नहीं चल रहे हैं। पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कार्यकारिणी को संबोधित कर रहे थे, उस दौरान उनके बड़े भाई और लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप मंच से उठकर चल दिए।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-02-10 20:21 IST

Bihar News: लालू के दोनों बेटों के बीच रार

Bihar Politics: राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के दोनों बेटों के रिश्ते ठीक-ठाक नहीं चल रहे हैं। इसका सबूत राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मिला। दरअसल जिस समय नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) कार्यकारिणी को संबोधित कर रहे थे, उस दौरान उनके बड़े भाई और लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप मंच से उठकर चल दिए।

बैठक में मौजूद लोगों ने तेजस्वी के प्रति बड़े भाई की इस बेरुखी को गंभीरता से महसूस किया, लेकिन किसी भी नेता ने इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई। तेज प्रताप को बैठक के दौरान बोलने का मौका भी नहीं मिला। बैठक को पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव (RJD Chief Lalu Prasad Yadav) ने भी संबोधित किया। इस बैठक से साफ हो गया है कि फिलहाल लालू प्रसाद यादव की पार्टी के मुखिया बने रहेंगे।

तेज प्रताप के व्यवहार से सब हैरान

पटना में गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (RJD Executive Meeting) के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि लालू के दोनों बेटों के रिश्ते अभी भी सहज नहीं हो सके हैं। जिस समय तेजस्वी यादव कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान तेज प्रताप मंच से उठ कर चले गए। तेजस्वी के प्रति तेज प्रताप के इस रवैए से बैठक में मौजूद राजद के अन्य नेता पूरी तरह हैरान रह गए। हालांकि किसी भी नेता ने तेज प्रताप (Tej Pratap) को रोकने की कोशिश नहीं की। दोनों भाइयों के बीच मतभेद की खबरों पहले भी सामने आ चुकी हैं। हालांकि दोनों की ओर से इस मुद्दे पर कुछ भी खुलकर नहीं बोला जाता।

कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर तेज प्रताप (Tej Pratap) की राय तेजस्वी से पूरी तरह अलग है और दोनों के बीच गहरे मतभेद हैं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान तेज प्रताप की रवैया पार्टी नेताओं के बीच चर्चा का विषय बनी रही। पिछले दिनों मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं कि तेजस्वी यादव (Tej Pratap) जल्दी ही राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाएंगे। ऐसी खबर आने के बाद तेज प्रताप ने खुलकर इस बात का खंडन किया था। उनका कहना था कि अभी इस तरह की कोई बात नहीं है।

नहीं मिला बोलने का मौका

राजद के महत्वपूर्ण फैसलों में तेज प्रताप (Tej Pratap) की भूमिका अब काफी सीमित हो गई है। सियासी जानकारों का कहना है कि पार्टी में अपने घटते कद के कारण तेज प्रताप भीतर ही भीतर नाराज हैं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान भी उन्होंने इसी बात का संकेत दिया। बैठक में राजद के कई नेताओं को बोलने का मौका मिला मगर तेज प्रताप को संबोधित करने के लिए नहीं आमंत्रित किया गया। इससे साफ हो गया है कि पार्टी में लगातार उनकी अनदेखी की जा रही है।

लालू ने की तेजस्वी की तारीफ

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव (RJD chief Lalu Prasad Yadav) ने कहा कि हमारी पार्टी का हमेशा संघर्ष का इतिहास रहा है और हमने कभी भी किसी मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक हमने ऐसा प्रधानमंत्री कभी नहीं देखा।

लालू ने कहा कि कुछ कानूनी अड़चनों के कारण मैं चुनाव नहीं लड़ पा रहा हूं मगर तेजस्वी की अगुवाई में पार्टी ने कमाल कर दिया है। उन्होंने किसानों के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों ने संघर्ष का जज्बा दिखाया और इसी कारण केंद्र सरकार झुकने पर मजबूर हो गई। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन के दौरान जातीय जनगणना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा। 

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