Bihar Politics: नीतीश कुमार के खिलाफ उपेंद्र कुशवाहा का बागी तेवर, सीएम से नाराज जदयू नेताओं की बुलाई बैठक

Bihar Politics: जदयू नेताओं को लिखे गए पत्र में राजद के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से की गई डील का जिक्र किया गया है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2023-02-06 08:15 GMT

Upendra Kushwaha Nitish Kumar (photo: social media )

Bihar Politics: जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बागी तेवर अपना लिए हैं। अब वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराज नेताओं को एकजुट करने की कोशिश में जुट गए हैं। इसके लिए उन्होंने पटना में दो दिवसीय बैठक भी बुलाई है। 19 और 20 फरवरी को होने वाली यह बैठक सिन्हा लाइब्रेरी में होगी। उन्होंने बैठक के संबंध में जदयू नेताओं को लिखा गया पत्र भी टि्वटर पर पोस्ट किया है।

इस पत्र में राजद के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से की गई डील का जिक्र किया गया है। इस डील को लेकर उपेंद्र कुशवाहा पहले भी सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने नीतीश कुमार से डील की शर्तों का खुलासा करने की मांग की थी। कुशवाहा ने अपने पत्र में कहा है कि राजद के साथ की गई इस डील ने जदयू नेताओं और कार्यकर्ताओं को झकझोर कर रख दिया है। इसलिए इस मुद्दे पर चर्चा की जानी चाहिए। दूसरी ओर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कुशवाहा की ओर से बुलाई गई इस बैठक पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है।

राजद के साथ डील पर होगी चर्चा

सियासी जानकारों का मानना है कि उपेंद्र कुशवाहा अब आर-पार की लड़ाई के मूड में दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से दिए गए जवाब पर भी वे तीखी प्रतिक्रिया जताते रहे हैं। अब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया है। जदयू नेताओं को लिखे गए पत्र में कुशवाहा ने पार्टी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 19 और 20 फरवरी की दो दिवसीय बैठक में हिस्सा लेने की अपील की है।

कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू और आरजेडी के बीच हुई डील और बाद के दिनों में आरजेडी में जेडीयू के विलय की चर्चाओं ने पार्टी के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। इस कदम से राजनीतिक शून्यता की स्थिति बनती जा रही है और इस कारण इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा किया जाना जरूरी हो गया है।

नीतीश कुमार को तीखा जवाब

उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि हमारी पार्टी जदयू लगातार कमजोर होती जा रही है और इसके कारणों पर विचार किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पार्टी से जुड़े मुद्दों को वे लगातार उठाते रहे हैं मगर पार्टी नेतृत्व की ओर से इन मुद्दों की अनदेखी की जा रही है।

जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष की ओर से उठाया गया यह कदम काफी अहम माना जा रहा है। नीतीश कुमार के खिलाफ कुशवाहा ने अपने तेवर कड़े कर लिए हैं। नीतीश कुमार की ओर से पार्टी छोड़कर जाने की बात कहे जाने पर भी उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया जताई थी। कुशवाहा के तेवर को देखते हुए उनके जल्द ही भाजपा में जाने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं।

ललन सिंह ने मनगढ़ंत कहानी बताया

दूसरी ओर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले ललन सिंह ने कुशवाहा की ओर से पार्टी नेताओं की बैठक बुलाए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि जदयू के निष्ठावान और समर्पित साथियों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाना। उन्होंने कहा कि जदयू की ओर से न तो कोई डील की गई है और न तो विलय की कोई बात है। जदयू साथियों को सिर्फ मनगढ़ंत कहानी सुनाने की कोशिश की जा रही है।

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