Chimney Blast : रक्सौल के ईंट-भट्टे की चिमनी में बड़ा धमाका, 6 की मौत 10 घायल..20 से ज्यादा लापता
Chimney Blast: बिहार के रक्सौल में ईंट-भट्टे की चिमनी में बड़ा धमाका हुआ। जिसमें 6 लोगों के मरने और 12 के गंभीर घायल होने की जानकारी है। 20 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
Chimney Blast: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल में ईंट-भट्टे की चिमनी में शुक्रवार (23 दिसंबर) को बड़ा धमाका हुआ। इस ब्लास्ट में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हैं। वहीं, खबरों के मुताबिक 20 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे। घटनास्थल पर अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही है। ये घटना रामगढ़वा थाना क्षेत्र के नरिरगिर गांव के पास की है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भट्टे के नीचे अभी भी कई लोगों के दबे होने की जानकारी मिल रही है। संभवतः मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। अचानक हुए हादसे में कई मजदूरों की मौत की खबर है। जबकि, अभी भी 20 से ज्यादा लोग लापता हैं।
स्थानीय लोग दबे लोगों को निकालने में कर रहे मदद
ये घटना शुक्रवार देर शाम हुई। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस-प्रशासन मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को जल्द इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। स्थानीय लोग दबे लोगों को निकालने में पुलिस की सहायता कर रहे हैं।
चिमनी गिरी, मौके पर मचा कोहराम
ईंट-भट्ठे की चिमनी में बड़े धमाके के बाद घटनास्थल पर हाहाकार मच गया। पुलिस स्थानीय लोगों की मदद से मलबे से दबे लोगों को निकालने में जुटी रही। वहीं, लापता लोगों की भी तलाश जारी है। घटना के बाद लोगों में गुस्सा है। बताया जा रहा है कि ईंट-भट्ठा में आग लगने के बाद तेज धमाका हुआ। ब्लास्ट के साथ चिमनी टूटकर नीचे गिर गई। वहां काम कर रहे मजदूर दब गए। खबर लिखे जाने तक 6 लोगों का शव निकाला जा चुका था।
मरने वालों में चिमनी मालिक भी
हादसे के शिकार लोगों की जब शिनाख्त शुरू हुई तो उनमें एक मृतक चिमनी मालिक मो. इरशाद के रूप में हुई। शेष बाहरी मजदूर बताए जा रहे हैं। उनकी पहचान के प्रयास भी जारी है। हादसे के बाद स्थानीय विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा भी रक्सौल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों का हालचाल जाना।
ये हो सकता है धमाके की वजह
इस बड़े हादसे के बारे में जिला सहायक खनन पदाधिकारी रागिनी कुमारी (District Assistant Mining Officer Ragini Kumari) ने बताया कि, चिमनी विभाग से लिस्टेड है। यहां से समय पर राजस्व जमा किया जाता रहा है। हादसे पर उन्होंने बताया कि हो सकता है कोयले की कीमत अधिक होने की वजह से चिमनी संचालक ने लकड़ी और टायर को इंधन के रूप में इस्तेमाल किया होगा। इसी कारण चिमनी के अंदर गैस बनी और बड़ा ब्लास्ट हो गया।