कोरोना का कहर: ऑक्सीजन सिलेंडर की भारी कमी, NMCH के सुपरिंटेंडेंट ने लगाई ये गुहार
नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को एक पत्र लिखा है।
Published By : Dharmendra Singh
Update:2021-04-18 08:55 IST
पटना: देश में कोरोना महामारी बेकाबू हो चुकी है। देश के अधिकतर राज्यों में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा हुआ है। अस्पतालों में बेड नहीं है और ऑक्सीजन की भारी कमी है। बिहार में भी कोरोना से हालत बिगड़ते जा रहे हैं।
अब इस बीच पटना में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को एक पत्र लिखा है।उन्होंने लिखे पत्र में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से अपने आपको कार्यभार से मुक्त करने की गुहार लगाई है।
डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को पत्र लिखकर कहा है कि अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर की भारी कमी है जिसकी वजह से हमेशा अस्पताल में इलाज करा रहे दर्जनों संक्रमित मरीजों की जान जाने की आशंका बनी रहती है।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने कहा कि उन्हें इस बात की हमेशा आशंका रहती है कि ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी की वजह से अगर किसी मरीज की मौत हो गई तो इसकी सारी जिम्मेदारी अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट यानी कि मुझ पर ही आएगी। इसके बाद उनके खिलाफ आरोप गठित करके कार्रवाई की जाएगी।
अब डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने प्रत्यय अमृत से गुहार लगाई है कि उन्हें मेडिकल सुपरिटेंडेंट के पद से तुरंत मुक्त कर दिया जाए। इसके लिए वह आजीवन उनके आभारी रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने अपने पत्र में इस बात की नाराजगी जताई गई है कि नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को जितनी संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर मिलना चाहिए उतना नहीं मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की जगह पर दूसरे अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की जा रही है।
तेजस्वी का नीतीश पर हमला
एनएमसीएच के मेडिकल सुपरीटेंडेंट के पत्र के बाद तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का यह छद्म विकास है। नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अधीक्षक ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर अपने कार्य प्रभार से मुक्त करने का अनुरोध किया है।