Lalu Yadav Family: लालू के परिवार में खींचतान तेज, RJD मुखिया के पटना पहुंचने पर खूब हुआ सियासी ड्रामा, तेज प्रताप ने दिखाए तीखे तेवर

Lalu Yadav Family: लालू के परिवार में पिछले कुछ महीनों से खींचतान का दौर चल रहा है। वहीं 3 साल के बाद राजद मुखिया लालू यादव पटना पहुंचे।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Chitra Singh
Update:2021-10-25 11:57 IST

लालू यादव-तेज प्रताप (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

Lalu Yadav Family: राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के परिवार में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। राजद (RJD) मुखिया के तीन साल बाद रविवार को राजधानी पटना पहुंचने पर इसका नजारा भी दिखा। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) से नाराज चल रहे लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) के धरने पर बैठ जाने के कारण देर रात तक सियासी ड्रामा चलता रहा। तेज प्रताप का आरोप था कि उन्हें अपने पिता से मुलाकात करने से रोका जा रहा है। तेज प्रताप के धरने पर बैठ जाने के कारण लालू के परिवार में हड़कंप मच गया और फिर देर रात लालू अपनी पत्नी (lalu prasad yadav wife) राबड़ी देवी (Rabri Devi) के साथ तेज प्रताप को मनाने के लिए उनके आवास पर पहुंचे।

लालू और राबड़ी के पहुंचने के बाद तेज प्रताप का तेवर थोड़ा ठंडा हुआ और उन्होंने रात 11 बजे अपना धरना खत्म किया। लालू के परिवार के नजदीकी जानकारों का कहना है कि लालू के दोनों बेटों के बीच खींचतान चरम पर पहुंच चुकी है और इसे लेकर लालू भी काफी चिंतित बताए जा रहे हैं। अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि लालू अपने बड़े बेटे को मनाने में किस हद तक कामयाब हो पाते हैं।

मुलाकात से रोकने का आरोप

लालू के परिवार में पिछले कुछ महीनों से खींचतान का दौर चल रहा है। अपने बड़े बेटे को मनाने के लिए लालू यादव ने पिछले दिनों राबड़ी देवी को भी पटना भेजा था। राबड़ी देवी ने भी तेज प्रताप को समझाने की कोशिश की थी मगर तेज प्रताप के हाल के बयानों से साफ है कि वे अभी भी उग्र तेवर अपनाए हुए हैं। वे राजद में खुद की अनदेखी किए जाने से काफी नाराज हैं और इसी कारण बीच-बीच में ऐसे बयान दे देते हैं जो और राजद और लालू परिवार के लिए मुसीबत का बड़ा कारण बन जाता है।

परिवार के साथ लालू प्रसाद यादव (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

लालू यादव के तीन साल बाद रविवार को पटना पहुंचने पर राजद समर्थकों का भारी जमावड़ा लगा था। तेज प्रताप भी अपने पिता का स्वागत करने के लिए पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। बाद में उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें अपने पिता से मुलाकात करने से रोका गया। उन्होंने इसके लिए अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव, उनके राजनीतिक सलाहकार संजय यादव और विधानपरिषद सदस्य सुनील कुमार सिंह को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि ये लोग मुझे अपने पिता से दूर करने की साजिश रच रहे हैं।

समर्थकों के साथ तेज प्रताप का धरना

लालू के पटना पहुंचने से पहले तेज प्रताप का कहना था कि वे एयरपोर्ट से अपने पिता और मां को लेकर अपने आवास पर आएंगे। तेज प्रताप का यह दावा उस समय बेदम साबित हुआ जब लालू यादव एयरपोर्ट से निकलने के बाद सीधे राबड़ी के आवास पर पहुंच गए। एयरपोर्ट पर पिता से ठीक से मुलाकात न हो पाने और फिर उनके आवास पर न आने से नाराज तेज प्रताप यादव अपने आवास पर समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए।

इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने इशारों में अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला। उनका कहना था कि वे तब तक धरना खत्म नहीं करेंगे जब तक उनके पिता लालू प्रसाद यादव हमसे मिलने के लिए आवास पर नहीं आएंगे।

तेज प्रताप यादव- तेजस्वी यादव (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

मजबूर होकर लालू मुलाकात के लिए पहुंचे

तेज प्रताप के धरने पर बैठ जाने की खबर मिलने के बाद लालू परिवार में हड़कंप मच गया। लालू और राबड़ी ने फोन पर बातचीत करके तेज प्रताप को मनाने की कोशिश की मगर उनका तेवर गरम बना रहा। तेज प्रताप के तीखे तेवर के कारण आखिरकार लालू उनके आवास पर आने को मजबूर हुए। देर रात वे पत्नी राबड़ी देवी के साथ तेज प्रताप के आवास पर पहुंचे जहां उनके बेटे ने अपने पिता के पैर चरण धोए।

लालू और राबड़ी के आवास पर पहुंचने के बाद तेज प्रताप यादव का गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने अपना धरना समाप्त करने की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने राबड़ी के आवास पर जाकर अपने पिता लालू और मां राबड़ी से मुलाकात भी की।

छोटे भाई तेजस्वी यादव को घेरा

तेज प्रताप ने अपने आवास पर लालू के पहुंचने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान इसे अपनी जीत बताया। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा थी कि मेरे पिता मेरे आवास पर मुलाकात के लिए आए और उन्होंने यहां आकर मेरी इच्छा को पूरा कर दिया है। पिता का मेरे आवास पर आना उन लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है जो इस प्रकरण में मजा लेने में जुटे हुए थे।

उन्होंने तेजस्वी यादव को घेरते हुए कहा कि तेजस्वी दूध पीने वाले बच्चे नहीं हैं। उन्हें इस बात को समझना चाहिए कि हरियाणा से आया हुआ एक आदमी परिवार में झगड़ा पैदा करने की कोशिश कर रहा है। उनका इशारा तेजस्वी के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव की ओर था।

तेज प्रताप यादव (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

लालू के परिवार में खींचतान चरम पर

रविवार को चले इस सियासी ड्रामे से साफ हो गया है कि लालू के परिवार में खींचतान में काफी तेज हो चुकी है। राजद ने राज्य की दो विधानसभा सीटों तारापुर (Tarapur Vidhan Sabh Seat) और कुशेश्वर (Kusheshwar Vidhan Sabh Seat) स्थान पर होने वाले उपचुनाव (Bihar Upachunav) में पूरी ताकत लगा रखी है। माना जा रहा है कि इन दोनों सीटों पर चुनाव प्रचार करने के लिए लालू यादव भी जा सकते हैं।

दूसरी ओर पार्टी में लालू के दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी यादव के बीच सियासी वर्चस्व की जंग चल रही है। हालांकि लालू अपने छोटे बेटे तेजस्वी को अपनी राजनीतिक विरासत सौंप चुके हैं मगर उनके बड़े बेटे तेज प्रताप पार्टी में दरकिनार किए जाने से भीतर ही भीतर काफी नाराज बताए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में यह सियासी जंग और तेज हो सकती है। अब देखने वाली बात यह होगी कि लालू अपने बड़े बेटे को मनाने में कहां तक कामयाब हो पाते हैं।

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