कोरोना संकट में मिली सफलता, किसान का बेटा बना IITian, गुरु संग मनाई खुशियां
Mathematics Guru RK Srivastava के छात्र ने आईआईटी बीएचयू से बीटेक की परीक्षी पास कर ली है। वह एक किसान का बेटा है।
Mathematics Guru RK Srivastava: अच्छा लगता है जब नन्हा सा बीज पौधा का रूप धारण करता है। लेकिन असली खुशी तब होती है जब हमारे सामने मीठे फलों से लदा हुआ वृक्ष हो।
कौन है आरके श्रीवास्तव (Rk Srivastava)
भारतीय सेना में भी आरके श्रीवास्तव के छात्र
आरके श्रीवास्तव के स्टूडेंट्स उनके पढ़कर सिर्फ इंजीनियर ही नहीं बन रहे बल्कि आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, स्टेट पुलिस में जाकर देश सेवा भी कर रहे। यग सभी स्टूडेंट्स बिहार राज्य के रोहतास जिले के रहने वाले हैं। हर उस गुरू को खुशी मिलती है जब उसका पढ़ाया बच्चा सफल होता है। परंतु वह खुशी तब कई गुना और बढ़ जाती है जब वह सफल बच्चा ग्रामीण परिवेश में पल बढ़कर सफलता पाता है।
आरके श्रीवास्तव को मिले कई पुरस्कार
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन से सम्मानित, इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज, एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज, बेस्ट शिक्षक अवॉर्ड, इंडिया एक्सीलेन्स प्राइड अवॉर्ड, ह्यूमैनिटी अवॉर्ड, इंडियन आइडल अवॉर्ड, युथ आइकॉन अवॉर्ड सहित दर्जनों अवॉर्ड आरके श्रीवास्तव को उनके शैक्षणिक कार्यशैली के लिए मिल चुकें है। इसमें कोई शक नही की आरके श्रीवास्तव बिहार के गौरव हैं।
सैकड़ों असहाय गरीब स्टूडेंट्स के सपनों को दी उड़ान
सैकड़ों असहाय गरीब स्टूडेंट्स को इंजीनियर बनाकर उनके सपने को पंख लगाने वाले मैथमेटिक्स गुरु फेम आरके श्रीवास्तव ने क्लासरूम प्रोग्राम में बिना रुके पाइथागोरस थ्योरम को 50 से ज्यादा अलग-अलग तरीकों से सिद्ध कर इतिहास रचा। इसके लिए इनका नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन में भी दर्ज हो चुका है। बिहार के रोहतास जिले के छोटे से गांव बिक्रमगंज के रहने वाले आरके श्रीवास्तव है हजारो स्टूडेंट्स के रोल मॉडल।
आरके श्रीवास्तव अपने शैक्षणिक कार्यशैली के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते है, चाहे वह वंडर किड्स प्रोग्राम हो या स्टूडेंट्स को अग्नि के सामने शपथ दिलाकर सेल्फ स्टडी के लिए प्रेरित करना हो या इनके द्वारा चलाया जा रहा नाईट क्लासेज अभियान।
निःशुल्क शिक्षा के अलावा प्रत्येक वर्ष अपनी माँ के हाथों से 50 गरीब स्टूडेंट्स को निःशुल्क किताबें भी बंटवाते हैं। गरीब परिवार में जन्मे आरके श्रीवास्तव का जीवन काफी संघर्षो से गुजरा। आरके श्रीवास्तव के द्वारा " आर्थिक रूप से गरीबों की नही रुकेगी पढ़ाई" अभियान भी चलाया जाता है।