हाथरस मामला: जदयू का योगी पर बड़ा हमला, कहा योगी सरकार के लिए शर्मनाक
बिहार विधानसभा चुनाव में सत्ता का फैसला करने में दलित मतदाताओं की बड़ी भूमिका होगी। ऐसे में हाथरस में दलित युवती के साथ की गई बर्बरता को लेकर जदयू भी सचेत हो गया है।
नई दिल्ली: पूरे देश को झकझोर देने वाले हाथरस रेप कांड को लेकर भाजपा के सहयोगी दल जदयू ने योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद हाथरस रेप कांड की गूंज बिहार तक पहुंच गई है। योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जदयू ने प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप को योगी सरकार के लिए शर्मनाक बताया है।
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हाथरस की घटना काफी शर्मनाक
बिहार विधानसभा चुनाव में सत्ता का फैसला करने में दलित मतदाताओं की बड़ी भूमिका होगी। ऐसे में हाथरस में दलित युवती के साथ की गई बर्बरता को लेकर जदयू भी सचेत हो गया है।
जदयू महासचिव केसी त्यागी का कहना है कि किसी भी सरकार का पहला दायित्व है कि वह दलितों और वंचितों की रक्षा करें। हाथरस में दलित युवती के साथ हुई घटना उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के लिए शर्मनाक है।
योगी सरकार के लिए डूब मरने की बात
त्यागी ने कहा कि अगर एक दलित युवती को न्याय दिलाने के लिए पीएम को हस्तक्षेप करना पड़ेगा तो किसी भी राज्य सरकार के लिए इससे बड़ी शर्म की कोई बात नहीं हो सकती। एक कदम और आगे बढ़ते हुए त्यागी ने यहां तक कह डाला कि यह घटना यूपी सरकार के लिए डूब मरने जैसी बात है।
राज्य सरकार को सोचना चाहिए कि क्या दिल्ली के दखल किए बिना दलितों और वंचितों को न्याय नहीं मिल सकता।
निर्भया कांड भी छूट गया पीछे
जदयू नेता ने कहा कि हाथरस में भी घटना ने निर्भया कांड को भी पीछे छोड़ दिया है। पीड़िता की हालत काफी गंभीर होने के बावजूद उसे इलाज के लिए एम्स में नहीं भर्ती कराया गया। पीड़ित युवती की मौत के बाद उसके परिजन उसका अंतिम दर्शन तक नहीं कर सके और पुलिस ने आधी रात के समय जबरन अंतिम संस्कार कर दिया।
परिजनों को अंतिम संस्कार से पहले की जाने वाली परंपरा तक नहीं निभाने दी गई और उन्हें मुखाग्नि देने से भी रोक दिया गया। यही नहीं अंतिम संस्कार के समय यूपी पुलिस ने बेशर्मी दिखाते हुए हंसी ठिठोली तक की। इससे ज्यादा शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता।
पुलिस व प्रशासनिक अफसर निलंबित हों
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस को बताना चाहिए कि यह कौन सी हिंदू संस्कृति है जिसमें परिवार वालों की मर्जी के खिलाफ आधी रात के समय जोर जबर्दस्ती से पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस और प्रशासन की ओर से ऐसी क्रूरता तो निर्भया मामले में भी नहीं दिखाई गई थी। उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल हाथरस पुलिस और प्रशासन के एक-एक व्यक्ति को निलंबन की सजा दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि निर्भया कांड के बाद हालात में कुछ सुधार होने की उम्मीद जगी थी मगर हकीकत में कुछ होता नहीं दिख रहा है। इस घटना के बाद गठित की गई कमेटियों की सिफारिशें ठंडे बस्ते में डाल दी गई हैं।
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बिहार में विपक्ष मुद्दा बनाने में जुटा
दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में दलित युवतियों के साथ बर्बरता की घटनाओं से जदयू सचेत हो गया है। विपक्ष की ओर से हाथरस कांड और अन्य दलित युवतियों के साथ की गई बर्बरता को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी की जा रही है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस मामले को लेकर भाजपा के साथ ही जदयू पर भी निशाना साधा है।
बिहार में करीब 16 फ़ीसदी दलित मतदाता हैं और उनका वोट कई सीटों पर निर्णायक साबित होता रहा है। ऐसे नहीं जदयू को दलित मतदाताओं के बिदकने का डर सताने लगा है। यही कारण है कि जदयू की ओर से योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला गया है।
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