पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर भड़का गुस्सा, राजद के साथ सहयोगियों ने भी नीतीश सरकार को घेरा

बिहार में मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल के साथ ही सरकार के सहयोगी भी अब पप्पू की गिरफ्तारी को लेकर नीतीश सरकार को घेरने में जुट गए हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Dharmendra Singh
Update:2021-05-11 17:28 IST

पप्पू यादव को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस (फोटो: सोशल मीडिया)

नई दिल्ली: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर गुस्सा भड़क उठा है। बिहार में मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल के साथ ही सरकार के सहयोगी भी अब पप्पू की गिरफ्तारी को लेकर नीतीश सरकार को घेरने में जुट गए हैं। उनका कहना है कि कोरोना संकट काल में लोगों की मदद करना कोई अपराध नहीं है और नीतीश सरकार के इस कदम से लोगों में आक्रोश पैदा होना लाजमी है। पप्पू यादव की पत्नी और सुपौल की पूर्व सांसद और रंजीत रंजन ने भी पप्पू की गिरफ्तारी पर तंज करते हुए नीतीश सरकार को घेरा है।

दूसरी और पप्पू यादव ने नीतीश सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए कहा कि कोरोना संकट काल में यदि लोगों की जिंदगियां बचाने के लिए जूझना अपराध है तो हां मैं भी अपराधी हूं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से मुझे दबाने का भले ही कोई भी कदम उठाया जाए, लेकिन मैं झुकने और रुकने वाला नहीं हूं।

लॉकडाउन के उल्लंघन में हुई गिरफ्तारी

इस बाबत मिली जानकारी के अनुसार, पूर्व सांसद पप्पू यादव को लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पहले पप्पू यादव को घर में ही नजरबंद करने की खबर आई थी मगर बाद में पप्पू यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्हें पुलिस हिरासत में लेकर गांधी मैदान थाने ले गई है।
पप्पू यादव के खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में रविवार को एफआईआर दर्ज कराई गई थी। पप्पू यादव ने हाल में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के सांसद निधि से खरीदी गई एंबुलेंस की पोल खोली थी। बाद में उन्होंने एंबुलेंस से बालू ढोए जाने का वीडियो भी जारी किया था। पप्पू यादव की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही सियासी माहौल पूरी तरह गरमा गया है।


पप्पू की गिरफ्तारी मानवता के लिए खतरनाक

पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई जनप्रतिनिधि दिन-रात जनता की सेवा में जुटा हुआ है और उसके एवज में उसे गिरफ्तार कर लिया जाए तो ऐसी घटना निश्चित रूप से मानवता के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में पहले न्यायिक जांच की जानी चाहिए और उसके बाद ही किसी जनप्रतिनिधि के खिलाफ कोई कार्रवाई होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो लोगों का आक्रोशित होना लाजमी है।


नीतीश सरकार का रवैया असंवेदनशील

नीतीश सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में हर किसी का धर्म जनता की सेवा होना चाहिए। सरकार को जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संस्थाओं एवं कार्यकर्ताओं को आम लोगों की मदद के लिए प्रेरित करना चाहिए।
दूसरी ओर जनप्रतिनिधियों को भी कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए ही लोगों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद पप्पू यादव लोगों की सेवा में लगे हुए थे और उन्हें गिरफ्तार करना निश्चित रूप से असंवेदनशील रवैया है।


राजद ने भी किया गिरफ्तारी का विरोध

पप्पू यादव का राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव से छत्तीस का रिश्ता है मगर राजद ने भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी का विरोध किया है। पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश सरकार अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाने की कोशिश में जुटी हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना हिटलर से की है जो अपने विरोधियों की आवाज दबाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

पत्नी ने की तत्काल रिहाई की मांग

पप्पू यादव की पत्नी और पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने भी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा कि लॉकडाउन के उल्लंघन में गिरफ्तारी का कोई प्रावधान नहीं है। नीतीश सरकार को पप्पू यादव को तत्काल रिहा करना चाहिए। लोगों की सेवा करना कोई अपराध नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर इस वैश्विक महामारी से लड़ना चाहिए और मानवता को बचाने के लिए आगे आना चाहिए।


पप्पू बोले-मैं रुकने या झुकने वाला नहीं

इस बीच गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव ने अपने ट्वीट में कहा कि कोरोना संकट काल में लोगों की जिंदगियां बचाने का काम अगर अपराध है तो हां मैं भी अपराधी हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री इस बात को समझ लें कि भले ही मुझे फांसी दे दी जाए या जेल भेज दिया जाए, लेकिन मैं झुकने या रुकने वाला नहीं हूं।


उन्होंने कहा कि मैं आगे भी लोगों को बचाने और बेईमानों को बेनकाब करने में जुटा रहूंगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के उल्लंघन के नाम पर मेरी गिरफ्तारी करके सरकार ने खुद अपने पांव में कुल्हाड़ी मार ली है। उन्होंने कहा कि यदि जनता जग गई तो यह पीएम मोदी और सीएम नीतीश दोनों के लिए भारी पड़ेगा।








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