एंबुलेंस और ऑक्सीजन सिलिंडर पर नीतीश सरकार को घेरने वाले पप्पू यादव हिरासत में
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूढी के निवास से कई दर्जन एंबुलेंस बरामद कराई हैं।
नई दिल्ली: बिहार में सांसद निधि की एंबुलेंस से बालू ढोए जाने, एंबुलेंस (Ambulances) और ऑक्सीजन (Oxygen) सिलिंडर की किल्लत का मामला उठाकर नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा करने वाले जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव (Pappu Yadav) को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पप्पू यादव ने खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर दी है और बताया कि उन्हें गिरफ्तार कर पटना के गांधी मैदान थाना ले जाया गया है।
बिहार में एंबुलेंस माफिया पर करारा प्रहार करने वाले पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूढी (Rajiv Pratap Rudi) के निवास से कई दर्जन एंबुलेंस बरामद कराई हैं। लगभग 70 एंबुलेंस को ड्राइवर नहीं होने के अभाव में सांसद के कार्यालय परिसर में छुपा रखा गया था। पप्पू यादव ने बिहार के अस्पतालों में मरीजों के साथ हो रही लूट-खसोट, ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी समेत अनेक मामलों में नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। सोमवार को उन्होंने गंगा में बह रही लाशों का मामला भी उठाया। इसके बाद मंगलवार को सुबह ही पुलिस उनके घर पहुंच गई और उन्हें घर से बाहर निकलने से रोक दिया। पहले पुलिस की ओर से बताया गया कि उन्हें घर से बाहर नहीं जाने देने का आदेश है। इसका जब पप्पू यादव ने विरोध किया और पुलिस वालों से आदेश की कॉपी मांगा तो उन्हें पकड़कर गांधी मैदान थाना ले जाया गया है।
नीतिश सरकार को ऐसे घेरा पप्पू यादव ने
सुशासन बाबू के नाम से मशहूर हुए नीतीश कुमार की सरकार को कोरोना काल में पप्पू यादव लगातार निशाना बना रहे हैं। उन्होंने विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कबाड़ हो रही एंबुलेंस तलाशी और उनकी फोटो सोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस माफिया ने बिहार को अपने शिकंजे में जकड़ रखा है। छपरा के मरीजों का उदाहरण देते हुए बताया कि 53 किमी के लिए 35 हजार रुपये किराया वसूला जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या एंबुलेंस माफिया को लाभ पहुंचाने के लिए ही सांसद निधि की दर्जनों एंबुलेंस को खड़ा रखा गया है। उन्होंने कटिहार में ऑक्सीजन गैस की कालाबाजारी का मामला भी उठाया। कटिहार जंक्शन के पास से दो सौ से अधिक ऑक्सीजन सिलिंडर की बरामदगी की फोटो जारी की और दावा किया कि प्रशासन के अधिकारी मामले को दबाने में लगे हैं। उनकी इस तरह की हरकतों से नीतीश सरकार लगातार दबाव महसूस कर रही है। मंगलवार को पप्पू यादव को पुलिस थाने ले जाए जाने को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।