Bihar : पेट्रोल पर छिटकी नाव के इंजन की चिंगारी और फटा रसोई गैस सिलेंडर, धमाके के बाद 4 लाशें बिखरी मिली
Patna Explosion on Boat: पटना जिले के मनेर में रामपुर के पतीला घाट पर नाव पर खाने बनाने के क्रम में अचानक गैस सिलेंडर में आग लग गई। इस हादसे में 4 लोगों की झुलसने से मौत हो गई।
Patna Explosion on Boat : अवैध बालू खनन के साथ नावों पर पेट्रोल भी ले जाया जाता है और रसोई गैस पर खाना भी पकाया जाता है। शनिवार को पटना (Patna) के मनेर में रामपुर पतीला घाट पर डीजल से चलने वाली ऐसी ही एक नाव पर सिलेंडर ब्लास्ट (Cylinder Blast In Patna) में चार बिखरी लाशें चुनने के बाद लोगों ने ये बातें कहीं। आग के अचानक धधकने और तुरंत गैस सिलिंडर ब्लास्ट होने को आधार बनाकर घटनास्थल के आसपास मौजूद लोगों ने कहा कि कई नावों से उस पार पेट्रोल भी ले जाते हैं।
आग के जल्द धधकने और संभलने से पहले गैस सिलेंडर फटने का और कोई कारण हो ही नहीं सकता। इस ब्लास्ट में अब तक चार लाशें जोड़कर निकाली गई हैं। हालांकि, लोग इसमें पांच मौतें बता रहे हैं। फॉरेंसिक जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेगी कि मौतों की संख्या चार थी या पांच।
धमाका दूर तक सुना गया
रामपुर पतीला घाट (Rampur Patila Ghat) के पास नाव में जिंदा जले चारों बालू खनन करने वाले मजदूर थे। आग की धधक दूर तक देखी गई। सिलेंडर धमाके की आवाज कई किलोमीटर तक सुनी गई। देखते ही देखते आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की टीम को भी आग पर पूरी तरह काबू पाने में कुछ समय लगा। पुलिस ने शवों और इसके टुकड़ों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
अग्निशमन विशेषज्ञों के अनुसार, खाना बनाने के दौरान रसोई गैस में आग की आशंका कम होती है, लेकिन, अगर लीकेज से आग लगी भी तो उसे ऊपर से बुझाया जा सकता है। खुले जगह में लीकेज से आग लगने की आशंका अमूमन नहीं होती है। इस घटना में नाव पानी के बीच में थी। गैस सिलेंडर में आग लगती तो मजदूर इसे पानी में भी फेंक सकते थे। संभव है कि किसी और तेज आग के कारण सिलेंडर फटा हो। यह घटनास्थल पर मिले अंशों की फॉरेंसिक जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग?
स्थानीय लोगों का कहना है कि, नाव बीच गंगा नदी में थी। उस पर सवार लोग खाना बनाने में जुटे थे। इस दौरान इंजन की चिंगारी से नाव पर रखे पेट्रोल के कंटेनर में आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थी, कि गैस सिलेंडर को भी अपने जद में ले लिया। जब तक लोग संभल पाते तब तक सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। हादसा इतना भीषण था कि चारों मजदूरों के चीथड़े उड़ गए। घटना के बाद घाट पर सनसनी मच गई। बालू खनन में लगी दूसरी नावों पर सवार मजदूर भी डर गए।
नावों से होता है अवैध बालू खनन
पुलिस-प्रशासन के डर से ज्यादातर नावें मजदूर भगा ले गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध बालू खनन में लगी इन नावों पर मजदूरों के खाने-पीने का इंतजाम रहता है। मजदूर नावों पर गैस चूल्हा इस्तेमाल कर खाना बनाते हैं। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेनी चाहिए। मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।