Bulandshahar News: गुलावठी में नही खिलता कमल, पालिका, विस, लोस सभी में भाजपा को मिली निराशा
Bulandshahar News: गुलावठी कस्बे से अभी तक भाजपा का कोई भी प्रत्याशी जीतकर नगर पालिका परिषद का पालिका अध्यक्ष निर्वाचित नहीं हुआ है
Bulandshahar News: जनपद बुलंदशहर के कस्बा गुलावठी को नहीं भाती भाजपा, गुलावठी नगर पालिका परिषद का इतिहास गवाह है कि गुलावठी कस्बे से अभी तक भाजपा का कोई भी प्रत्याशी जीतकर नगर पालिका परिषद का पालिका अध्यक्ष निर्वाचित नहीं हुआ है, यही नहीं गुलावठी नगर क्षेत्र से स्थानीय निकाय के अलावा विधानसभा का चुनाव रहा हो या लोकसभा का, भाजपा का कोई भी प्रत्याशी गुलावठी से जीतकर आगे नहीं बढ़ा गुलावठी से हमेशा बैलेट बॉक्स से भाजपा प्रत्याशियों को निराशा ही हाथ लगी, हालांकि लोस और विस चुनावों में ककोड़ क्षेत्र के मतदाताओं ने भाजपा को लाज बचाने का काम कर उन्हें जीतने के बाद ही लोकसभा और विधानसभा भेजा था, 2017 में प्रदेश में भाजपा की लहर थी, गुलावठी नगर पालिका परिषद से भाजपा प्रत्याशी शैलेश तेवतिया की पत्नी पूजा तेवतिया चुनाव लड़ी थी, भाजपा की लहर में भी भाजपा प्रत्याशी गुलावठी नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज नहीं करा सकी थी, पत्नी को जिताने के लिए पति ने भरसक प्रयास किए थे लेकिन इस बार भाजपा ने पूर्व में हार का सामना कर चुकी पूजा तेवतिया के पति शैलेश तेवतिया दांव लगाया है।
जानिए भाजपा के माननीय क्यों कर रहे गुलावठी में इतिहास बदलने की बात
नगर पालिका परिषद गुलावठी अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ रहे शैलेश तेवतिया को जिताने के लिए आयोजित हो रही जनसभाओं नुक्कड़ सभाओं और डोर टू डोर जन संपर्क के दौरान भाजपा विधायक लक्ष्मी राज सिंह भी गुलावठी के मतदाताओं से इस बार गुलावठी का इतिहास बदलने की लोगों से सिर्फ इसी लिए अपील कर रहे हैं क्योंकि गुलावठी से भाजपा के प्रत्याशियों को निराशा हाथ लगती रही है। भाजपा के माननीय मतदाताओं से बार-बार यही कह रहे हैं कि गलती मत दोहराइए, कर रहे हैं मतदाताओं से लगातार गुलावठी का इतिहास बदलने की अपील कर रहे हैं।
गुलावठी पालिका अध्यक्ष पद पर निर्दलियों का रहा कब्जा
देश की आजादी के बाद जनसंख्या और मतदाता कम होने के कारण 1984 तक गुलावठी नगर पंचायत थी, लेकिन 1985 में गुलावठी को नगर पालिका परिषद का दर्जा मिला जिसके बाद सुपरसीट होने के कारण नगर पालिका परिषद के विश्व बंधु गुप्ता लगातार दो बार पालिका अध्यक्ष चुने गए थे, 1997 और 2002 में निर्दलीय प्रत्याशी सैयद सैफुद्दीन इरफान पालिका अध्यक्ष बने थे, जबकि 2007 में निर्दलीय प्रत्याशी मंगतराम पाल पालिका अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे 2012 में काले खां की पत्नी नुसरत जहां और 2017 में काले खा पालिका अध्यक्ष निर्वाचित हुए। गुलावठी में हर बार निर्दलीय प्रत्याशी ही जीता। भाजपा के प्रत्याशी को गुलावठी नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के चुनाव में पूर्व में जीत हासिल नहीं हो सकी और हर बार भाजपा प्रत्याशियों को निराशा का ही सामना करना पड़ा। 2017 में हुए नगर पालिका परिषद पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में भी शैलेश तेवतिया की पत्नी पूजा तेवतिया को भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा गया और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
माननीयों की अपील क्या गुलावठी में खिला पाएगी कमल
उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर के कस्बा गुलावठी में स्थित नगर पालिका परिषद में लगभग 43000 मतदाता है। इस बार भाजपा ने नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर शैलेश तेवतिया पर दांव लगाया है। शैलेश तेवतिया को जिताने और नगर पालिका परिषद में अध्यक्ष पद पर भगवा लहराने के लिए भाजपा की दिग्गज नेता एड़ी चोटी के दम लगा रहे हैं।
लगातार बुलंदशहर की जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ अतुल तेवतिया, सांसद डॉ महेश शर्मा, विधायक लक्ष्मी राज सिंह, राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर, यहां तक की राज्य मंत्री आदि के मतदाताओं से इस बार गलती न दोहराने की अपील कर रहे है और हर बार की तरह इस बार भी नगर पालिका परिषद गुलावठी में कमल खिलाने की अपील कर रहे हैं। लेकिन माननीयों की अपील असर हर बार की तरह रहेगा या फिर इस बार अलग होगा, इसका पता तो 13 मई को नतीजे आने के बाद ही चलेगा।