Business News: शेयर बाजार की जबरदस्त तेजी से लें सबक, समझें ये तेजी क्यों है और आपको क्या करना चाहिए
Business News: शेयर बाजार में निवेश कर पैसे कमाना (share bazar me invest se paise kaise kamaye) कौन नहीं चाहता है।
Business News: हाल के हफ़्तों में शेयर बाजार (share bazar) में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। इन मामलों के विशेषज्ञ कहते हैं, जब बाजार तेज रफ्तार (share bazar me taji) में बढ़ रहा हो तो सोच-समझकर बाजार में निवेश करना चाहिए। हालांकि, शेयर बाजार निवेश जोखिमों के अधीन होता है। कई ऐसे नए निवेशक हैं जो जल्दबाजी में फैसले लेते हैं और शेयर बाजार में निवेश संबंधी गलत फैसले ले लेते हैं, इसका खामियाजा उन्हें नुकसान से चुकाना पड़ता है। तो आज हम ऐसे निवेशकों के लिए ही कुछ जरूरी एक्सपर्ट टिप्स लेकर आए हैं।
शेयर बाजार में निवेश कर पैसे कमाना (share bazar me invest se paise kaise kamaye) कौन नहीं चाहता है। अगर आप भी ऐसे ही निवेशक बनना चाहते हैं और कमाई करना चाहते हैं, तो हम आज आपको शेयर बाजार के एक्सपर्ट सैमको वेंचर्स के सीईओ जिमीत मोदी की राय बताते हैं। मोदी के अनुसार, शेयर बाजार की तेजी से आपको कौन सी सीख लेनी चाहिए।
मात्र 11 दिनों में 1000 अंकों की तेजी
भारतीय शेयर बाजार लगातार (bhartiya share bazar) नई ऊंचाइयां छू रहा है। हाल के दिनों में निफ्टी (bhartiya share bazar nifty) ने गजब की छलांग लगाई। इसे आंकड़ों से समझें। 3 अगस्त को निफ्टी 16000 के आंकड़े पर था। जबकि, 31 अगस्त को यह 17000 के स्तर पर पहुंच गया। 11 अक्टूबर आते-आते इसने 18000 का लेवल पार कर लिया है। निफ्टी के आंकड़ों में देखें तो इसने सिर्फ 11 दिनों में 1000 अंक की ऊंचाई हासिल की। यह इसका दूसरा सबसे तेज कदम है।
शेयर बाजार से क्या लें सबक
जिमीत मोदी कहते हैं, 'अब आप मार्च 2020 के शेयर बाजार के निचले आंकड़ों को देखें। और ठीक उसके बाद की शानदार तेजी को देखें। हम बाजार से यहीं कई सबक सीख सकते हैं।' मोदी कहते हैं, यह समझने की जरूरत है कि शेयर बाजार में आ रही तेजी कुछ निवेशकों की वजह से नहीं है। बल्कि यह विदेशी संस्थागत निवेशक की वजह से है। भारतीय पूंजी बाजार में सितंबर महीने में विदेशी संस्थागत निवेशक अपना भरोसा दिखा चुके हैं। उन्होंने साल 2021 में किसी एक महीने में सर्वाधिक अगर सबसे ज्यादा निवेश किया है तो वह सितंबर महीने में।
म्यूचुअल फंड सिप से रिकॉर्ड निवेश (mutual fund sip me nivesh)
विशेषज्ञ कहते हैं, इसके साथ ही भारतीय शेयर बाजार में सितंबर महीने में म्युचुअल फंड सिप (Mutual Fund SIP) के जरिए निवेश किए जाने वाले रकम का आंकड़ा 10,000 करोड़ रुपए को पार कर गया है। यह पहली बार देखने को मिल रहा है। देश में महंगाई दर में कमी आने के बाद पूंजी बाजार में निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का अनुमान है कि आने वाले दिनों में महंगाई दर में कमी आ सकती है।
अर्थव्यवस्था के संकेत
सैमको वेंचर्स के सीईओ (CEO Samco Ventures) कहते हैं, बाजार में कई हाई फ्रीक्वेंसी इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में तेजी देखने को मिल रही है। इसमें पावर कंजप्शन, ई वे बिल, रेल माल भाड़ा जैसी कई चीजें प्रमुख हैं। मोदी आगे कुछ ऐसी बात बता रहे हैं जो अमूमन लोगों के मन में चलता है। कहते हैं, लोग यह कह सकते हैं कि शेयर बाजार की तेजी मार्केट में मौजूद तरलता की वजह से है। कुछ लोग यह भी कहते हैं कि लोगों का जल्द अमीर बनने का लालच इसके पीछे वजह है। जबकि, सच्चाई यह है कि शेयर बाजार के फंडामेंटल को देखे बिना निवेशकों ने पिछले एक-डेढ़ साल में शेयर बाजार से शानदार कमाई की है।
अभी सावधानी की जरूरत (mutual fund sip me savdhan)
मोदी कहते हैं, हालांकि निवेशकों को इस मौके पर सावधान रहने की भी जरूरत है। वैश्विक बाजार के स्वभाव के हिसाब से नए निवेशकों को इस समय खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है। बीते एक महीने में निफ़्टी 50 (nifty50) में 5 फ़ीसदी की तेजी देखी गई है। जबकि एसएंडपी (s&p 500) इंडेक्स दो प्रतिशत गिरा है। भारतीय शेयर बाजार सिर्फ स्टैंडर्ड एंड पुअर 500 के साथ ही तालमेल से नहीं चलता, बल्कि अन्य ग्लोबल सूचकांक में भी पिछले एक महीने में 3-7 प्रतिशत तक कमजोरी आई है। ये सलाह उन निवेशकों के लिए जो बाजार की ऊंचाई को देखते हुए पैसे लगाने को बेताब हैं। विशेषज्ञ का कहना है कि शेयर बाजार की यह तेजी विदेशी संस्थागत निवेशकों की वजह से है, इसलिए नए निवेशक जरा संभलकर बाजार में निवेश करें, उतावलापन उन्हें झटका भी दे सकता है।