FPI Inflows: दिसंबर में एफपीआई की तेजी रही सकारात्मक, जानिए घरेलू बाजार में कितना का किया निवेश
FPI Inflows: एफपीआई ने 57,313 करोड़ रुपये के भारतीय इक्विटी खरीदा है। ऋण, हाइब्रिड, डेट-वीआरआर और इक्विटी को ध्यान में रखते हुए 22 दिसंबर तक कुल प्रवाह 77,388 करोड़ रुपये पहुंच गया है।
FPI Inflows: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने दिसंबर महीने में भारतीय शेयर बाजार में सकारात्म रुख कायम रखा है और शुद्ध खरीदार के रूप में उभरे हैं। दरअसल, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अपने सख्त चक्र के अंत का संकेत देने और मार्च 2024 में दर में कटौती की उम्मीदें बढ़ाने के बाद पीएफआई घरेलू शेयर बाजार की ओर लौटे हैं। इससे अमेरिकी बांड गिरावट आई और भारत जैसे उभरते बाजारों में विदेशी फंड का प्रवाह शुरू हो गया है। एफपीआई का 22 दिसंबर तक कुल निवेश 77 हजार करोड़ रुपये से अधिक का रहा है।
बैंकिंग और आईटी सेगमेंट शेयरों में हुई जमकर खरीदारी
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने 57,313 करोड़ रुपये के भारतीय इक्विटी खरीदा है। ऋण, हाइब्रिड, डेट-वीआरआर और इक्विटी को ध्यान में रखते हुए 22 दिसंबर तक कुल प्रवाह 77,388 करोड़ रुपये पहुंच गया है। विश्लेषकों का कहना है कि घरेलू शेयर बाजार में एफपीआई ने बैंकिंग और आईटी सेगमेंट के शेयरों में जमकर खरीदारी की है।
बीते 3 महीने हुई लगातार निकासी
इससे पहले एफपीआई लगातार 3 महीने शेयर बाजार से निकासी की थी, लेकिन दिसंबर में बाजार की ओर लौट आए। दिसंबर में 22 तारीख तक कुल एफपीआई प्रवाह ₹57,313 करोड़ है, जिसमें स्टॉक एक्सचेंज और प्राथमिक बाजार के माध्यम से खरीदारी शामिल है।
इस वजह से FPI बाजार में लौटे
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा कि 'एफपीआई की रणनीति में बदलाव हुआ है। अमेरिकी बांड पैदावार में लगातार गिरावट की वजह से एफपीआई भारतीय शेयर बाजार का अचानक रुख किया है।
भारतीय बाजारों में एफपीआई गतिविधि
मध्य पूर्व में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव के बीच अमेरिकी बांड पैदावार में तेज बढ़ोतरी के कारण एफपीआई बीते अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में शुद्ध विक्रेता थे। हालांकि 15 नवंबर तक एफपीआई शुद्ध खरीदार थे। अगस्त, सितंबर अक्टूबर और 15 नवंबर तक, एफपीआई ने एक्सचेंजों के माध्यम से 83,422 करोड़ रुपये के स्टॉक बेचे थे।
नवंबर में इतना हुआ निवेश
एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर के दौरान भारतीय इक्विटी में एफपीआई का प्रवाह ₹9,001 करोड़ था, जबकि सितंबर और अक्टूबर में कुल मिलाकर ₹39,000 करोड़ से अधिक के शेयर बेचे गए थे। ऋण, हाइब्रिड, ऋण-वीआरआर और इक्विटी को ध्यान में रखते हुए महीने के दौरान एफपीआई प्रवाह ₹24,546 करोड़ था।