Kadaknath Murgi Palan: MS धोनी भी ये मुर्गा पालकर कमा रहें लाखों रुपये महीना, जानिए कैसे करें ये बिजनेस

Kadaknath Murgi Palan: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी कड़कनाथ मुर्गा पालन का व्यापार कर रहे हैं। इससे वह सालाना लाखों रुपये की अतिरिक्त कमाई कर रहे हैं। वहीं, मध्यप्रदेश के सतना जिले के झुकेही गांव के 28 साल के विपिन शिवहरे इस बिजनेस से सालाना 15 लाख रुपये की बचत कर रहा है।

Update:2023-07-27 17:58 IST
Kadaknath Murgi Palan (सोशल मीडिया)

Kadaknath Murgi Palan: किसानों के अलावा जिन लोगों ने भी मुर्गी पालन (Poultry Farm) के बिजनेस में कदम रखा है, वह लाभ में ही रहा है। बाजार में चिकन की मांग बढ़ने से मुर्गी पालन का बिजनेस भी काफी फल फूल रहा है। ऐसें में जो भी इस बिजनेस में हाथ आजमा रहा है, वह मालामाल हो रहा है। मुर्गी पालन में लोग कई प्रजाति की मुर्गियां पालते हैं, लेकिन इसमें एक ऐसी भी प्रजाति है, जिसको पालने वाला मुर्गी पालन का कारोबारी लाखों रूपये महीना की कमाई कर रहा है। इतना नहीं, भारत के मशहूर किक्रेटर महेंद्र सिंह धोनी अंतरराष्ट्रीय किक्रेट से संन्यास लेने के बाद वह भी अधिक कमाई के लिए इस मुर्गे की प्रजाति का पालन कर रहे हैं। उन्होंने इससे कमाई भी शुरू कर दी है। ऐसे अगर आप मुर्गी पालन करना चाह रहे हैं तो इस मुर्गे की प्रजाति का पालन कर महीने में लाखों रुपये की आय अर्जित कर सकते हैं।

धोनी भी पाल रहे कड़कनाथ मुर्गा

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जिस मुर्गी पालन के बिजनेस में लगे हुए हैं, वह है कड़कनाथ मुर्गा पालन का व्यापार। दरअसल, कड़कनाथ मुर्गा पालन अन्य मुर्गी पालन से अलग अलग होता है। कड़कनाथ मुर्गा पालन में कुछ अधिक निवेश और जगह की जरूरत होती है, क्योंकि यह मुर्गा अन्य मुर्गों से थोड़ा बड़ा होता है। इसको फलने फूलने के लिए थोड़ी अधिक जगहों की जरूरत होती है और इसके चूजें भी बाजार में अन्य मुर्गों के चूजों से महंगे मिलते हैं, लेकिन अगर किसी ने एक बार कड़कनाथ मुर्गा पालन बिजनेस शुरू कर दिया तो उसको कमाई के मामले में कोई अन्य मुर्गी पालन का कारोबार में नहीं टच कर सकता है। इस मुर्गें में कई औषधीय गुणों पाय जाते हैं और इसका मीट बाजार में 1 हजार रुपये लेकर 1300 रुपये तक बिकता है, जबकि सर्दियों में कड़कनाथ मुर्गे का मीट और मंहगा हो जाता है। तो आइए जानते हैं कि कड़कनाथ मुर्गा पालन से जुड़ी अन्य जानकारी जो आपको इसके बिजनेस शुरू करने में फायद दे सकती हैं…।

मुर्गा में मिलता है औषधीय गुण, कई बीमारियों से दिलाता निजात

कई लोगों का कहना है कि कड़कनाथ मुर्गा में प्राकृतिक रूप से औषधीय गुण पाया जाता है। यह मुर्गा पूरी तरह काला होता है तो इसकी त्वचा, पंख, मांस, खून का रंग भी काला ही होता है। इसके अलावा इसके चिकन में कॉलेस्ट्रोल की मात्रा कम होती है, जिस वजह से हृदय और मधुमेह के रोगियों के लिए इसका मांस सेवन करना फायदेमंद होता है। वहीं, इसके मीट में प्रोटीन भरपूर्ण मात्रा में मिलता है। इस मीट कैंसर रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता है। इतने सारे गुण होने की वजह से कड़कनाथ मुर्गा की कीमत बाजार में अन्य मुर्गों की तुलना में तीन गुना मंहगी होती है।

मध्य प्रदेश है इसका प्रमुख केंद्र

दरअसल, कड़कनाथ मुर्गे के मीट की मांग देश में ही नहीं विदेशों में भी होने लगी है। भारत में इसके कारोबार केंद्र मध्य प्रदेश के झाबुआ है। हालांकि अब यह धीरे धीरे पूरे मध्य प्रदेश में फैल गया है और देश के अन्य राज्यो में भी कड़कनाथ मुर्गे का पालन का कारोबार किया जा रहा है। वहीं, मध्य प्रदेश के कड़कनाथ मुर्गे को GI TAG मिला हुआ है। इसका कारोबार धीरे धीरे देश के अन्य राज्यों में भी किया जा रहा है।

इसके पालन से एक युवा कमा रहा 15 लाख रुपये सालाना

कई ग्रामीण लोग कड़कनाथ मुर्गे का पालन कर अपना बिजनेस चला रहे हैं और इससे महीने में लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं। ऐसे ही एक मध्यप्रदेश के सतना जिले के झुकेही गांव के 28 साल के विपिन शिवहरे किसान हैं जो कड़कनाथ का एक पोल्ट्री फार्म चलाते हैं। फार्म से वह महीने में 1 लाख रुपये कमा रहे हैं। उनका सालाना कारोबार 40 लाख रुपये है, जिसमें सारे खर्च निकाल देने के बाद 15 लाख रुपये तक कमाई कर ले रहे हैं।

कैसे खोलें कड़कनाथ मुर्गा का पालन का बिजनेस

अगर आप कड़कनाथ मुर्गे का पालन करने जा रहे हैं तो सबसे पहले बाजार से इसके चूजें खरीदें। 100 चूजों से आप इस बिजनेस में आराम से कदम रख सकते हैं। इसमें आपको कुल 50 हजार रुपये का निवेश करना होगा। इसके अलावा आपको इसके पालने के लिए एक शीड तैयार करना होगा। वहीं, कुछ और चीजों का ध्यान रखना होगा, ताकि आपको बिजनेस करते वक्त नुकसान न हो। इनका ध्यान रखना होगा।

  • कड़कनाथ मुर्गा पालन गांव व शहर से दूर करें
  • पालन खोलने से पहले कृषि विज्ञान केंद्र या किसी पोल्ट्री फार्म से प्रशिक्षण लें
  • मुर्गे के स्वस्थ चूजों को ही पोल्ट्री फार्म में रखें।
  • फार्म को जमीन से थोड़ी ऊंचाई पर बनाएं, ताकि यहां कभी पानी का जमाव न हो सके।
  • फार्म में रोशनी और पानी की उचित व्यवस्था रखें।

इससे बिजनेस से होनी वाली कमाई

जैसा की ऊपर बताया है कि एमपी का एक युवा किसान कड़कनाथ मुर्गा पालन के बिजनेस सालाना 15 लाख रुपये तक की कमाई कर रहा है। इससे पता चलता है कि इससे पालन से लोग अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके अंड़े अन्य मुर्गी के अंडों से काफी महंगे होते हैं। कड़कनाथ मुर्गा का एक अंडा बाजार में करीब 30 से 35 रुपए और मुर्गा 900 से 1100 रुपए प्रति किलो तक आसानी से बिक जाता है। इस हिसाब से आप इस बिजनेस में लाखों रुपये की कमाई आराम से कर सकते हैं।

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