महंगा हुआ प्याज: इतने रुपये तक पहुंचा, निर्यात से रोक हटाते ही बढ़ने लगा भाव

सिर्फ दो दिनों के भीतर नासिक के लासलगांव थोक मंडी में प्याज का दाम 2500 रुपए प्रति क्विंटल हो गया।प्याज कि कीमत 28 फीसदी बढ़ गई। उससे पहले दिन करीब 2,400 रुपए प्रति क्विंटल रही है।

Update: 2020-12-31 09:18 GMT
महंगा हुआ प्याज: इतने रुपये तक पहुंचा, निर्यात से रोक हटाते ही बढ़ने लगा भाव

नई दिल्ली: प्याज के निर्यात पर लगी रोक को सेंट्रल गवर्नमेंट ने हटाने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार कि तरफ से 1 जनवरी 2021 को इस रोक को हटा लिया जायेगा। इसकी सूचना मिलते ही प्याज के कीमतों में उछाल देखने को मिला है। सिर्फ दो दिनों के भीतर नासिक के लासलगांव थोक मंडी में प्याज का दाम 2500 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। प्याज कि कीमत 28 फीसदी बढ़ गई। उससे पहले दिन करीब 2,400 रुपए प्रति क्विंटल रही है।

मंडी में दिखी प्याज कि कीमतों में इजाफा

विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक सूचना जारी करते हुए कहा कि 'प्याज की सभी किस्मों का निर्यात पर लगी रोक को एक जनवरी 2021 से हटा दिया गया है। प्याज का दाम 42 फीसदी तक बढ़ा हैं। लासलगांव एपीएमसी के सचिव नरेंद्र वद्धवाने ने कहा कि लासालगांव थोक मंडी में प्याज की कीमतें औसतन 1,951 रुपए प्रति क्विंटल थीं। सूचना के बाद से इस मंडी में प्याज का दाम बढ़ता ही जा रहा हैं। नई दिल्ली में प्याज की फुटकर दामों में 25-42 फीसदी कि बढ़ोतरी हुई हैं।

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3 राज्यों में होता हैं प्याज कि सबसे अधिक पैदवार

सोमवार को प्याज की फुटकर में कीमत 35-40 रुपए प्रति किलो थी। लेकिन प्याज के निर्यात पर लगी रोक हटने के बाद से धवार को बढ़कर 50 रुपए प्रति किलो हो गई है। सितंबर माह में ,सेंट्रल गवर्नमेंटने बढ़ते दामों में और घरेलू बाजार में उपलब्धता बढ़ाने के प्याज के दामों में 35-40 रुपए प्रति किलो के थीज के निर्यात को रोक दिया था। आयात- निर्यात से जुड़े मुद्दों का कामकाज वाणिज्य मंत्रालय का एक प्रभाग डीजीएफटी देखता है। प्याज कि सबसे अधिक पैदवार कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश राज्य में होता हैं। प्याज निर्यातकों में अन्य देशों में से भारत शामिल हैं।

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