लोन धारक को तगड़ा झटका: HDFC बैंक ने कर्ज ब्याज दरों में की जोरदार वृद्धि, बढ़ी ग्राहकों की EMI
Loand Intrest Rate Hikes:आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने भी ऋण पर अपनी सीमांत लागत-आधारित उधार दर (एमसीएलआर) में संशोधन किया है। बैंक वेबसाइटों के अनुसार, संशोधित ब्याज दरें 1 अगस्त से प्रभावी हैं।
Loan Interest Rate Hikes: अगर आप एचडीएफसी बैंक के ग्राहक हैं तो यह खबर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण रखती है। दरअसल, बढ़ती महंगाई के बीच HDFC बैंक ने अपने उन ग्राहकों को झटका दिया है, जो अपनी जरूरतों के लिए बैंक से ऋण लेने का प्लान बना रहे हैं। देश के निजी क्षेत्र के अग्रणी ऋणदाता बैंकों में से एक एचडीएफसी बैंक ने 7 अगस्त से चुनिंदा अवधियों पर फंड-आधारित उधार दरों (एमसीएलआर) की बेंचमार्क सीमांत लागत में 15 आधार अंक (बीपीएस) की बढ़ोतरी की है। हालांकि, बैंक ने इस दौरान एक वर्ष से अधिक अवधि वाले लोन की एमसीएलआर दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
जानिए कर्ज ब्याज की नई दरें?
HDFC बैंक की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, ओवरनाइट एमसीएलआर दर को बढ़ाकर 8.35 फीसदी कर दिया है। एक महीने के लिए एमसीएलआर 8.45%, तीन महीने और छह महीने के लिए एमसीएलआर क्रमश: 8.70% और 8.95% रखी है। एक साल का एमसीएलआर 9.10% दो साल का एमसीएलआर 9.15% और तीन साल का एमसीएलआर दर 9.20 फीसदी रखी है। लोन की बढ़ी हुई नई दरें 7 अगस्त से प्रभावी हो गई हैं। ऐसे में उन ग्राहकों को झटका मिला है, जो बैंक से ऑटो, होम और शिक्षा लोन लेने की तैयार में है। इसके अलावा उन ग्राहकों को भी झटका मिला है, जिनका बैंक पर पहले से लोन जा रहा है। उन ग्राहकों को EMI भी बढ़ सकती हैं।
एमसीएलआर क्या है?
सामान्य शब्दों में एमसीएलआर वह न्यूनतम ब्याज दर है जो बैंकों को किसी विशिष्ट ऋण के लिए वसूलना होता है। एमसीएलआर उधार दरों के बेंचमार्क या निचली सीमा के रूप में काम करता है। इसका मतलब यह है कि बैंक व्यक्तिगत ऋण, कार ऋण, गृह ऋण और शिक्षा ऋण जैसे सावधि ऋणों की पेशकश करते समय एमसीएलआर दरों से नीचे नहीं जा सकते हैं।
इन बैंकों ने भी दिया झटका
इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने भी ऋण पर अपनी सीमांत लागत-आधारित उधार दर (एमसीएलआर) में संशोधन किया है। बैंक वेबसाइटों के अनुसार, संशोधित ब्याज दरें 1 अगस्त से प्रभावी हैं।
क्या RBI रेपो रेट बढ़ाएगा या यथास्थिति बनाए रखेगा?
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक आज 8 अगस्त से शुरू हो गई है। यह बैठक तीन दिन तक चलेगी। 10अगस्त को एसपीसी में लिए गए फैसलों की जानकारी दी जाएगी। केंद्रीय बैंक ने इस साल फरवरी से रेपो दर को 6.5% पर अपरिवर्तित रखा है। ऐसी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि केंद्रीय बैंक इस बार भी रेपो रेट को तथावत रख सकता है। अगर ऐसा हुआ तो यह लगातार तीसरा दौर होगा, जब आरबीआई रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा। अप्रैल और जून में केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था।