मोदी सरकार का बड़ा फैसला, नहीं बढ़ेंगे प्याज और दाल की कीमत

सरकार ने प्याज और दालों के दामों पर काबू पाने के लिए नैफेड (NAFED) को निर्देश दिए हैं कि वो बफर स्टॉक से दाल और प्याज की सप्लाई जारी रखे।

Update:2019-10-31 17:09 IST

नई दिल्ली: पिछले कुछ महीनों से लगातार प्याज और दालों के दामों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली थी। प्याज की फसल की नई आवक शुरु हो चुकी है, लेकिन फिर भी प्याज के दाम घटते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। दिल्ली में अभी भी प्याज रिटेल में 50 से 60 रुपये किलो बना हुआ है। सरकार ने प्याज के दामों पर नियंत्रण करने के लिए अपने स्तर से प्याज की ब्रिकी शुरु की थी, जिसे वो आगे भी ऐसे ही जारी रखने वाली है।

NAFED को सप्लाई जारी रखने के निर्देश

सरकार ने प्याज और दालों के दामों पर काबू पाने के लिए नैफेड (NAFED) को निर्देश दिए हैं कि वो बफर स्टॉक से दाल और प्याज की सप्लाई जारी रखे। देश में प्याज और दालों की कीमतों और उनकी उपलब्धता के साथ-साथ सरकार के बफर स्टॉक की समीक्षा के लिए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव अविनाश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इस बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, NAFED, मदर डेयरी, केंद्रीय भंडार, दिल्ली सरकार क प्रतिनिधि और उपभोक्ता मामले विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें: सस्ता और जबरदस्त! जल्द आ रहा iPhone SE 2, यहां जानें खासियत

आने वाले समय में कम होंगे दाम

कृषि मंत्रालय के अधिकारियों का मानना है कि दिवाली के दौरान महाराष्ट्र की मंडियां बंद थीं, जिसके चलते 2-3 दिनों तक प्याज की आवक प्रभावित रही। हालांकि दिल्ली की मंडियों में आवक फिर से शुरु हो चुकी है और आगे आवक बढ़ने से यहां पर प्याज की कीमतों में कमी आएगी।

केंद्र सरकार ने नैफेड को दिल्ली सरकार के अलावा अन्य राज्यों में उनकी मांग के मुताबिक, प्याज की सप्लाई जारी रखने का निर्दश दिया है। इसके अलावा सरकार ने बफर स्टॉक से दालों की सप्लाई भी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय भंडार, एनसीसीएफ और मदर डेयरी को बफर स्टॉक के जरिए दाल प्राप्त कर आधा किलो और एक किलो के पैकेट में सस्ती दरों पर उपभोक्ताओं को मुहैया करवाने को कहा गया है।

एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी, आजादपुर की कीमत सूची के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली में प्याज का थोक भाव 20-42.50 रुपये प्रति किलो रहा, जबकि मंडी में प्याज की आवक 814.5 टन थी।

यह भी पढ़ें: अगर सरदार पटेल बनते पीएम तो नहीं पैदा होती कश्मीर की समस्या: स्वतंत्रदेव सिंह

Tags:    

Similar News