OCCRP Report: OCCRP के नए आरोपों ने अडानी ग्रुप की डुबाई नैया, कुछ घंटों में कंपनियों के स्वाहा 35,624 करोड़ रुपये
OCCRP Report on Adani Group: नए आरोपों के बाद गुरुरवार को शेयर बाजार में समहू की कंपनियां अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड और अदानी पावर लिमिटेड जैसे अन्य कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। समूह के सभी कंपनियों के शेयर गिरावट पर हैं।
OCCRP Report on Adani Group: बड़ी मुश्किल से अडानी ग्रुप अमेरिकी शार्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिचर्स द्वारा लगाए गए आरोपों से संभला ही था कि जॉर्ज सोरोस द्वारा समर्थित खोजी रिपोर्टिंग प्लेटफ़ॉर्म ने समूह पर नए आरोप लगा दिये हैं। विश्वक के दिग्गज निवेशक जॉर्ज सोरोस की ऑर्गेनाइज्ड क्राईम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) ने भारत के दिग्गज कारोबारी समूह अडानी ग्रुप के निवेश पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों का अडानी ग्रुपने शेयर बाजार की बेल बजने से पहली ही प्रेस रिलीज जारी कर सिरे से खारिज कर दिया, लेकिन इसका असर समूह के कारोबार नहीं पड़ा और बाजार खुलते ही ग्रुप की कपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट दर्ज हुई। OCCRP फर्म ने आरोप लगाया है कि अडानी ग्रुप के निवेशकों ने कंपनी के शेयरों में निवेश करने के लिए ‘ऑफ शोर’ यानी Opaque फंड का इस्तेमाल किया है, जिसको रहस्यमयी फंड्स निवेश कहा जा रहा है।
कुछ घंटों में इतना घटा समूह का बाजार पूंजीकरण
नए आरोपों के बाद गुरुरवार को शेयर बाजार में समहू की कंपनियां अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड और अदानी पावर लिमिटेड जैसे अन्य कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। आई इस गिरावट से अडानी ग्रुप का एक झटके में बाजार पूंजीकरण में 35,600 करोड़ रुपये से अधिक कम हो गया है। यानी अडानी ग्रुप को सीधे 35,600 करोड़ रुपये अधिक का नुकसान हुआ है। अडानी समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त एम-कैप बुधवार को 10,84,668.73 करोड़ रुपये के मुकाबले 35,624 करोड़ रुपये गिरकर 10,49,044.72 करोड़ रुपये पर आ गया है। सीधी भाषा में कहे तो OCCRP फर्म ने गौतम अंडानी को तगड़ी चपत मारी है।
अडानी ग्रुप पर लगे यह नए आरोप
ओसीसीआरपी रिपोर्ट में अपारदर्शी मॉरीशस फंड के माध्यम से कुछ अडानी शेयरों में लाखों डॉलर का कारोबार होने का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में कई टैक्स हेवन और आंतरिक अदानी समूह ईमेल से फाइलों की समीक्षा का हवाला देते हुए कहा कि इसकी जांच में कम से कम दो मामले पाए गए जहां निवेशकों ने ऐसी ऑफशोर संरचनाओं के माध्यम से अदानी स्टॉक खरीदा और बेचा।
हालांकि अदानी समूह ने गैर-लाभकारी मीडिया संगठन के पुनर्नवीनीकरण आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया और कहा कि समाचार रिपोर्टें सोरोस-वित्त पोषित हितों द्वारा विदेशी मीडिया के एक वर्ग द्वारा समर्थित योग्यताहीन हिंडनबर्ग रिपोर्ट को पुनर्जीवित करने के लिए एक और ठोस प्रयास प्रतीत होती हैं।
ग्रुप इन कंपनियों का घटा एम-कैप
शेयर बाजार से मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को अडानी एंटरप्राइजेज का एम-कैप 9,570.31 करोड़ रुपये और अडानी ग्रीन एनर्जी का 6,200 करोड़ रुपये गिर गया। अडानी पोर्ट्स और अडानी पावर के एम-कैप में 5,000-5,300 करोड़ रुपये की गिरावट आई। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के बाजार पूंजीकरण में लगभग 3,000 करोड़ रुपये की गिरावट आई, जबकि अंबुजा सीमेंट्स के बाजार मूल्य में 2,680 करोड़ रुपये की गिरावट आई।
जानिए आज अडानी के कौन कौन शेयर टूट
बात अगर शेयरों की गिरावट की करें तो आज के कारोबार में अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर बीएसई पर 5.11 प्रतिशत गिरकर 2385 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए। अडानी पोर्ट्स 2.92 फीसदी गिरकर 795.10 रुपये पर आ गया। अडानी पावर 4.45 प्रतिशत गिरकर 313.80 रुपये, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस (तत्कालीन अदानी ट्रांसमिशन) 3.53 प्रतिशत गिरकर 812.05 रुपये व अडानी ग्रीन 4.37 फीसदी टूटकर 928.25 रुपये पर आ गया है। इसके अलावा अडानी विल्मर, अडानी टोटल गैस, एसीसी और एनडीटीवी 3.2 फीसदी तक टूटे हैं। कुल मिलाकर समूह के सभी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है।
समूह ने कहा यह दावा 10 साल पहले का
अदानी समूह ने कहा कि ओसीसीआरपी के दावे एक दशक पहले के बंद मामलों पर आधारित हैं, जब राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने ओवर इनवॉयसिंग, विदेश में फंड ट्रांसफर, संबंधित पार्टी लेनदेन और एफपीआई के माध्यम से निवेश के आरोपों की जांच की थी। एक स्वतंत्र निर्णायक प्राधिकारी और एक अपीलीय न्यायाधिकरण दोनों ने पुष्टि की थी कि कोई अधिक मूल्यांकन नहीं था और लेनदेन लागू कानून के अनुसार थे। समूह ने कहा कि मामला मार्च में खत्म हो गया था, जब भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने उसके पक्ष में फैसला सुनाया।