अभी और महंगी होगी प्याज, केन्द्रीय मंत्री ने महंगाई काबू करने पर खड़े किये हाथ

आम आदमी की थाली में हमेशा रहने वाला प्याज अब अमीरों का भोजन हो गया है। प्याज इतना महंगा हो चुका है कि आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। प्याज कई जगहों पर 90 रुपये किलो तो कई जगहों पर 100 रुपये किलो तक पहुंच गया है।

Update: 2019-11-28 09:36 GMT

लखनऊ: आम आदमी की थाली में हमेशा रहने वाला प्याज अब अमीरों का भोजन हो गया है। प्याज इतना महंगा हो चुका है कि आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। प्याज कई जगहों पर 90 रुपये किलो तो कई जगहों पर 100 रुपये किलो तक पहुंच गया है।

प्याज के इतना महंगा होने पर सियासत भी शुरू हो गई है और विपक्षी दलों ने इसे लेकर भाजपा पर हमला बोला है। उधर, प्याज की कीमतों में गिरावट लाने की केन्द्र सरकार की कोशिशें रंग लाती नहीं दिख रही हैं।

इन सबके बीच आम आदमी यही जानना चाहता है कि आखिर प्याज का दाम कब कम होगा? सरकार के पास इस सवाल का जवाब नहीं है। ऐसे में आने वाले दिनों में प्याज के और महंगा होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

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दाम घटाने में नहीं मिल रही कामयाबी

जब प्याज का दाम 20 रुपये किलो से ऊपर पहुंचा, तभी से सरकार प्याज के दाम पर लगाम लगाने की बात कह रही है मगर इसमें सरकार को कामयाबी मिलती नहीं दिख रही है।

अगर दिल्ली की बात करें तो सबसे अच्छी क्वालिटी का प्याज 100 रुपये किलो बिक रहा है जबकि सामान्य प्याज भी 80 रुपये किलो से अधिक चल रहा है।

उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भी प्याज 90 से 100 रुपये प्रति किलो के रेट पर बिक रहा है। अखबारों में विदेश से प्याज के आयात की खबरें पढक़र लोगों को उम्मीद थी कि प्याज के दाम में गिरावट आएगी मगर ऐसा होता नहीं दिख रहा है। ऐसे में प्याज इन दिनों अमीरों की थाली में ही दिख रहा है।

लाचार दिख रहे पासवान

केंद्रीय खाद्य व आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान का बयान भी इस बाबत सकारात्मक नहीं दिखता। प्याज के बढ़ते दाम को लेकर वे भी लाचार दिख रहे हैं। पिछले दिनों उनके बयानों से साफ हो गया है कि प्याज आगे भी रुलाएगा।

पासवान का कहना है कि दुनिया भर में प्याज की कीमतें बढ़ रही है, इसलिए भारत में भी इसका असर दिख रहा है। उनका कहना है कि प्याज आयात करने के बावजूद इसकी कीमतें कम नहीं हो पा रही है।

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आखिर क्यों महंगा हुआ प्याज

अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर प्याज इतना महंगा क्यों हो गया? सरकार की ओर से पासवान का कहना है कि मानसून में विलंब होने और बाद में बेमौसम बरसात की वजह से देश में प्याज के उत्पादन में 26 फीसदी की गिरावट आई।

इसके साथ ही राज्य सरकारों की ओर से मांग नहीं आने के कारण बफर स्टॉक में रखा काफी प्याज खराब हो गया। इस कारण प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी को रोका नहीं जा सका।

के मंत्रालय का कहना है कि सरकार ने पिछले दिनों बफर स्टॉक से करीब 57,000 टन प्याज बाजार में उतारा। अब केंद्र सरकार तुर्की, हॉलैंड और मिस्र से प्याज मंगाकर इसकी कीमतों को काबू में करने की कोशिश में जुटी है।

सरकार ने स्पष्ट किया है कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एमएमटीसी ने मिस्र से 6,090 टन प्याज के आयात का अनुबंध किया है और प्याज की यह खेप दिसंबर के पहले हफ्तेमेंआनेवालीहै। यह खेप जल्द ही मुंबई के नावा शेवा बंदरगाह पर आने वाली है जहां से राज्य सरकारें अपनी मांग के अनुरूप प्याज खरीद सकती हैं।

सरकार ने स्टाक लिमिट बढ़ाई

इस बीच बुधवार को प्याज की कीमतों को नियंत्रण में रखने को लेकर पासवान ने प्याज पर लगाई गई स्टॉक लिमिट को अगले आदेश तक बढ़ाने का आदेश दिया। सरकार ने 30 सितंबर को प्याज पर स्टॉक लिमिट लगाई थी जिसके अनुसार खुदरा कारोबारियों के लिए 100 क्विंटल और थोक कारोबारियों के लिए 500 क्विंटल प्याज रखने की अधिकतम सीमा निर्धारित की गई थी। इसकी समय सीमा 30 नवंबर को खत्म हो रही थी, लेकिन अब इसे अगले आदेश तक बढ़ा दिया गया है।

अफगानी प्याज की क्वालिटी खराब

इस बीच अफगानी प्याज की आवक भी बढ़ गई है। हालांकि अफगानिस्तान से आने वाले प्याज की क्वालिटी खराब होने के कारण व्यापारी इसे खरीदने से परहेज कर रहे हैं। कारोबारियों के अनुसार 15 दिसंबर तक कीमतों में राहत के आसार नहीं है। जहां तक दिल्ली का सवाल है तो प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं।

ऑनियन ट्रेडर्स एसोसिएशन नासिक, गुजरात, कर्नाटक में खराब मौसम के कारण प्याज की खेप दिल्ली नहीं पहुंच रही है। इस कारण कीमतों में तेजी दर्ज की जा रही है। सिर्फ राजस्थान के अलवर से ही प्याज दिल्ली पहुंच रहा है। अफगानिस्तान से 140 टन प्याज आया है, जो 35 रुपये प्रति किलो है, लेकिन इसकी क्वालिटी बेहद खराब है।

प्याज की कीमत पर सियासत

दिल्ली में प्याज की कीमतों को लेकर सियासत शुरू हो गई है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि आप सरकार दिल्ली वालों को सरकारी भाव पर प्याज उपलब्ध नहीं करा रही है,जबकि केंद्र सरकार की तरफ से 23.90 रुपये प्रति किलो प्याज उपलब्ध कराई जा रही है।

दूसरी ओर दिल्ली सरकार का कहना है कि बीते दो दिनों से केंद्र सरकार प्याज की आपूर्ति नहीं कर रही है। मुख्यमंत्रीअरविंदकेजरीवालनेभी कहा है किकेंद्रसरकार सेदिल्लीकोप्याजनहींमिलरहाहै।इस कारण लोग महंगा प्याज खरीदने पर मजबूर हैं।

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