Online Shopping Fraud: इधर ध्यान दें कस्टमर, ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड पर सरकार लेगी तगड़ा एक्शन, अब व्हाट्सऐप पर यहां करें शिकायत

Online Shopping Fraud Alert: नलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स की लोकप्रियता के साथ ही सभी खरीदारों को शॉपिंग करते समय बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह वेबसाइट्स डार्क वेब के माध्यम से खरीदारों को ट्रैप कर अनेक माध्यमों से अधिक से अधिक खरीदारी करने पर मजबूर करते है ।

Update:2023-07-03 07:35 IST
Online Shopping Fraud Alert (Photo: Social Media)

Online Shopping Fraud Alert: ऑनलाइन शॉपिंग वर्त्तमान समय में सभी वर्ग के लोगों के बीच अधिक प्रसिद्द हो गयी है। सभी अपने घरों पर अपने बंद कमरे में बैठकर देश- विदेश से विभिन्न ऑनलाइन वेबसाइट्स के माध्यम से तरह-तरह के सामान जैसे कपड़े, बिजली के उपकरण, घर का सामान, किचन का राशन , खिलोने आदि मंगाते है। इन्हे घर पर बिना बाज़ार जाये खरीदना आसान हो गया है। इन्हीं कारणों से यह ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स पर प्रतिदिन लाखों रुपए की बिक्री होती है। इन ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स की लोकप्रियता के साथ ही सभी खरीदारों को शॉपिंग करते समय बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह वेबसाइट्स डार्क वेब के माध्यम से खरीदारों को ट्रैप कर अनेक माध्यमों से अधिक से अधिक खरीदारी करने पर मजबूर करते है । अब ऑनलाइन कंपनियो को ग्राहकों के साथ चालाकी करना पड़ेगा भारी। सरकार ऑनलाइन शॉपिंग में डार्क पैटर्न को लेकर सक्रिय नज़र आ रही है। आइये जानते है ट्रैप करने के विभिन्न तरीके और कैसे रहे इनसे सावधान।

उपभोक्ता की सोच हो रही प्रभावित

स्मार्ट फ़ोन और इंटरनेट के दिन पर दिन बढ़ते उपयोग से ऑनलाइन खरीदारी में बढ़ोतरी हुई है लेकिन इस अधिक ऑनलाइन खरीदारी ने ग्राहकों की सोच पर अधिक प्रभाव डाला है। ग्राहकों को अपनी पसंद अनुसार निर्णय न लेने पर ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों द्वारा मजबूर किया जाता है। डार्क पैटर्न के तहत ऑनलाइन कम्पनी ऐसे टूल्स का प्रयोग करती है जिससे एक बार वेबसाइट खोलने पर ग्राहक लम्बे समय तक उन्ही वेबसाइट में अलग- अलग प्रोडक्ट खोजने में समय व्यतीत कर देगा और इससे निकल पाना बहुत मुश्किल होगा। यह कंपनियों द्वारा करि गयी चालाकी है और उपभोक्ता नियमों का उल्लंघन होता है। कई देश जैसे अमेरिका, यूरोप ऐसे डार्क पैटर्न का इस्तेमाल कर ग्राहकों को उलझने वाली कंपनियों पर सरकार करवाई कर रही है।

ग्राहकों की पसंद को प्रभावित करने वाले हतखंडे

1) फाल्स अर्जेन्सी: फाल्स अर्जेन्सी के तहत सभी ग्राहकों पर ऑनलाइन कंपनी द्वारा ज़ोर डाला जाता है की काम कीमत में अच्छे सामान कुछ समय के लिए ही उपलब्ध है। इन सामान के बिकने से पहले इन्हे खरीद ले। तुरंत बुक नहीं करा तो इनके दाम बढ़ जायेगे। यह सुनते ही ग्राहक इन सामानो को देखने लगता है और न चाहते हुए भी उसे कुछ पसंद आ ही जाता है और खरीदारी हो जाती है जिससे कंपनी का फायदा होता है।

2) कन्फर्म शॉपिंग: कई बार शॉपिंग करने के बाद वेबसाइट से बहार निकलना ग्राहक के लिए मुश्किल हो जाता है। वेबसाइट से बहार निकलने पर मैसेज आटा है की क्या आप कन्फर्म एग्जिट करना चाहते है ? कई लोग इस प्रोडक्ट को इस समय देख रहे हैं। बिकने से पहले इसे खरीद लें।

3) फोर्स्ड एक्शन: फोर्स्ड एक्शन का अर्थ है वेबसाइट को तब तक इस्तेमाल करना जबतक ग्राहक किसी प्रोडक्ट को चेक न कर लें।

4) नैगिंग: नैगिंग का अर्थ है यूजर से एक ही बात बार बार पुछना और विंडो तब तक बंद न होने देना जबतक ग्राहक ज़बरदस्ती कुछ खरीद न लें।

5) सब्सक्रिप्शन टिप्स: कई बार ग्राहक सब्स्क्राइब करके ऍप में उलझ जाता है और बहार निकलने में समस्या होती है।

6) हिडन कास्ट: सामान या किसी सर्विस के बुकिंग में ग्राहक कमो उसके दाम काम नज़र आएंगे लेकिन लेते समय उसके दाम अधिक होंगे। ऐसा मुख्यता पलाइन टिकट बुक करते समय या ओला उबर के बुकिंग के दौरान।

7) भ्रामक विज्ञापन: गरकको को आकर्षित करने के लिए उत्पादों को बेहतरीन ढंग से और अच्छी क्वालियती का दिखाया जाता है लेकिन वास्तविकता में वह बेकार या निम्न क्वालिटी के होते है।

ऐसे विज्ञापन देखने पर ग्राहक कर सकते है शिकायत

ऐसे भ्रामक विज्ञापन देखने पर या ऑनलाइन वेबसाइट द्वारा ज़बरदस्ती करने पर ग्राहक 1915 राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है। गरकक व्हाट्सप्प नंबर 8800001915 पर कॉल करके भी अपनी डार्क पैटर्न सम्बंधित कोई भी समस्या की शिकायत कर सकते है।

Tags:    

Similar News