Fixed Deposit Scheme: FD के लिए कहां निवेश है सही... बैंक या पोस्टऑफिस, 2 साल में पाएं ताबड़तोड़ रिटर्न
Fixed Deposit Scheme: केंद्र सरकार द्वारा लुध बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में वृद्धि के बाद डाकघर में दो साल की सावधि जमा (FD) पर वर्तमान में 6.9 फीसदी का ब्याज दर निवेशकों को प्राप्त किया जा रहा है, जोकि कई बैंकों की एफडी पर मिलने वाले ब्याज दर के बराबर है या फिर उससे अधिक है।
Fixed Deposit Scheme: अगर आप इस वक्त कहीं निवेश का प्लान बना रहे हैं तो थोड़ा रिचर्स करके कहीं निवेश करें। कहीं ऐसा होना कि आनन-फानन में आकर किसी भी जगह निवेश कर दें और वहां पर मिलने वाला ब्याज अन्य जगहों की तुलना में कम हो। दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा हाल के दिनों में स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी। इस वृद्धि के साथ बाद से सरकार अब तक तीन बार छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में वृद्धि कर चुका है, जिसकी वजह से इन योजना पर मिलने वाला ब्याज दर कई अन्य जगहों की तुलना में कहीं अधिक है। यहां तक कि लगातार ब्याज दरों में वृद्धि के बाद अब स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर मिलने वाला ब्याज बैंक की सावधि जमा (एफडी) ब्याज दरों को टक्कर दे रहा है। ऐसे में इस वक्त स्मॉल सेविंग स्कीम्स में पैसा लगाना फायदे का सौदा है।
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डाकघर एफडी पर दे रहा 6.9 फीसदी का ब्याज
केंद्र सरकार द्वारा लुध बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में वृद्धि के बाद डाकघर में दो साल की सावधि जमा (FD) पर वर्तमान में 6.9 फीसदी का ब्याज दर निवेशकों को प्राप्त किया जा रहा है, जोकि कई बैंकों की एफडी पर मिलने वाले ब्याज दर के बराबर है या फिर उससे अधिक है। जहां सितंबर, 2022 में डाकघर की छोटी बचत योजना पर 5.5 फीसदी ब्याज मिलता था, तो वहीं अब यह बढ़कर 6.9 फीसदी पर पहुंच गय है।
डाकघर और SBI की FD ब्याज दरें
अगर डाकघर एफडी और बैंक एफडी की ब्याज दरों की तुलना करें तो डाकघर अपनी दो साल परिपक्वता वाली एफडी 6.9 फीसदी का सालान ब्याज दे रहा है। वहीं, देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई 1 साल से अधिक और दो साल से कम परिपक्वता वाली एफडी पर 6.8 फीसदी का सालाना ब्याज लोगों को दे रहा है, जोकि डाकघर की तुलना में कम है। हालांकि बैंक 2 साल से अधिक और तीन साल से कम एफडी पर 7 फीसदी का सालाना ब्याज प्रदान कर रहा है।
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जानें कब-कब बढ़ीं ब्याज दरें
बता दें कि बीते दिन 31 मार्च, 2023 को केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों को राहत देते हुए अपनी लुघ बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 0.1 फीसदी से लेकर 0.7 फीसदी की वृद्धि की थी। यह वृद्धि वित्त वर्ष-24 की पहली तिमाही अप्रैल-जून की अवधि के लिए की थी, जबकि केंद्र सरकार अक्टूबर- दिसंबर तिमाही में लुघ बचत योजनाओं पर 0.1-0.3 फीसदी की वृद्धि की थी और जनवरी-मार्च तिमाही में इसमें 0.2-1.1 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, जोकि बीते तिमाहियों की सबसे बड़ी बढ़ोतरी थी। हालांकि यह बात याद रखने वाली है कि इस बढ़ोतरी से पहले लगातार 9 तिमाहियों में सरकार ने अपनी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई इजाफा नहीं किया था।