नहीं बढ़ी मुकेश अंबानी की सैलरीः 12 साल से ले रहे सिर्फ इतने पैसे

मंगलवार को देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन और रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी की नेटवर्थ 64.5 अरब डॉलर यानी करीब चार लाख 90 हजार 800 करोड़ रुपये से बढ़कर 64.5 बिलियन डॉलर हो गई।

Update: 2020-06-24 10:05 GMT

नई दिल्ली: मंगलवार को देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन और रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी की नेटवर्थ 64.5 अरब डॉलर यानी करीब चार लाख 90 हजार 800 करोड़ रुपये से बढ़कर 64.5 बिलियन डॉलर हो गई। अब मुकेश अंबानी दुनिया के 9वें सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि कंपनी को ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले मुकेश अंबानी की सैलरी पिछले 12 सालों से नहीं बढ़ी है।

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12 साल से स्थिर मुकेश अंबानी की सालाना आय

कंपनी से मिलने वाली उनकी सालाना आय 12 साल से स्थिर ही है। मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज में पिछले वित्त वर्ष में अपना वेतन भत्ता और कमीश्न 15 करोड़ रुपये के स्तर पर ही बनाए रखा। अंबानी ने कोरोना काल संकट के चलते अपनी सैलरी ना बढ़ाने का फैसला किया है। बता दें कि उनका वेतन, अन्य सुविाधाएं, भत्ता और कमीशन 12 सालों यानी 2008-09 से 2010 तक 15 करोड़ रुपये पर स्थिर ही है।

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इसलिए किया सैलरी ना लेने का फैसला

कंपनी की सलाना रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलांयस इंडस्ट्री के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने देश में कोरोना वायरस महामारी और समाजिक, आर्थिक और उद्योगों पर पड़ने वाले असर के मद्देनजर स्वेच्छा से अपनी सैलरी ना लेने का निर्णय किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुकेश अंबानी कोरोना संकट खत्म ना होने तक अपनी सैलरी ना लेने का फैसला किया है।

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अप्रैल के अंत में सैलरी ना लेने का किया था एलान

बता दें कि मुकेश अंबानी ने अप्रैल के अंत में अपनी सैलरी ना लेने का फैसला किया था। उसी समय कर्मचारियों की सैलरी में भी 10 से 50 फीसदी तक की कटौती करने का फैसला किया गया था। कंपनी के चेयरमैन यानी मुकेश अंबानी ने 12 साल बाद भी अपना वेतन 15 करोड़ रुपये पर स्थिर रखा है। जब तक कंपनी अपनी क्षमता के अनुसार कमाई के रास्ते पर नहीं लौट जाती, तब तक उन्होंने सैलरी ना लेने का फैसला किया है।

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