Reliance AGM 2019: मात्र 1000 से शुरू हुई कंपनी, अब बनाया ये मुकाम
अब रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) काफी बड़ी कंपनी बन गयी है, जोकि महज 1000 रुपये शुरू की गयी थी। अब रिलायंस इंडस्ट्रीज पेट्रोलियम अन्वेषण और उत्पादन, पेट्रोलियम शोधन और विपणन, पेट्रोकेमिकल्स, खुदरा और दूरसंचार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में कार्यरत है।
मुंबई: रिलायंस इंडस्ट्रीज की एनुअल जनरल मीटिंग में मुकेश अंबानी ने आज कई बड़े ऐलान किए हैं। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) को अब तक का सबसे बड़ा निवेश मिला है। सऊदी अरब की कंपनी ‘सऊदी अरेमेको’ रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऑयल और केमिकल डिविजन में 20 फीसदी का निवेश करने वाली है।
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एनुअल जनरल मीटिंग के दौरान मुकेश अंबानी ने आज अपने पिता और कंपनी के फाउंडर धीरूभाई अंबानी को याद किया। धीरूभाई अंबानी को याद करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि पिछले 40 सालों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जो तरक्की की है, वो सिर्फ और सिर्फ धीरूभाई अंबानी की बदौलत है।
एक कर्मचारी से शुरू हुई थी रिलायंस कंपनी
बताया जाता है कि जब रिलायंस कंपनी एक कर्मचारी से शुरू हुई थी। मगर आज की तारीख में इस कंपनी में तकरीबन 2.5 लाख कर्मचारी काम कर रहे हैं। वहीं, अब कंपनी का शुरुआती एक हजार का इन्वेस्टमेंट अब 7 लाख 36 हजार करोड़ रुपए हो गया है। यही नहीं, कंपनी का कारोबार एक शहर से बढ़कर 28 हजार शहरों, 4 लाख गांवों में पहुंच गया है।
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धीरुभाई अंबानी का जन्म 28 दिसंबर 1932 को जूनागढ़ में हुआ था। धीरुभाई अंबानी बहुत ही सामान्य मोध परिवार से आते थे। धीरुभाई अंबानी ने अपना उद्योग व्यवसाय सप्ताहंत में गिरनार कि पहाड़ियों पर तीर्थयात्रियों को पकौड़े बेच कर किया था।
आर्थिक तंगी से गुजर रहा था परिवार
परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था, इसलिए धीरूभाई अंबानी केवल हाईस्कूल तक की पढ़ाई पूरी कर पाए और इसके बाद उन्होंने छोटे मोटे काम करना शुरू कर दिया। ऐसे में वह सोलह साल के हुए तो एडन, यमन चले गए।
कई साल देश से बाहर किया काम
यहां उन्होंने A. Besse & Co. के साथ 300 रूपये के वेतन पर काम किया। दो साल बाद वह कंपनी उत्पादन के वितरक बन गए और एडन के बंदरगाह पर कंपनी के एक फिल्लिंग स्टेशन के प्रबंधन के लिए धीरुभाई को पदोन्नति दी गई।
महज 1000 रुपये से शुरू की थी कंपनी
बाद में वो 500 रुपये लेकर वापस देश आ गए और यहां उन्होने अपने चचेरे भाई चंपकलाल दमानी के साथ एक टेक्सटाइल ट्रेडिंग कंपनी मार्जिन की शुरुआत की। इसके बाद साल 1960 में धीरुभाई अंबानी ने रिलायंस की स्थापना की। कहा जाता है कि जब धीरुभाई ने ये कंपनी शुरू की थी, तब सिर्फ 1000 रुपए से शुरू की थी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी कंपनी
रिलायंस वाणिज्यिक निगम का तब पहला व्यवसाय पोलियस्टर के सूत का आयात और मसालों का निर्यात करना था। मगर आज की तारीख में रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी कंपनी है। 18 अक्टूबर 2007 को, रिलायंस इंडस्ट्रीज $ 100 बिलियन बाजार पूंजीकरण करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई थी। यही नहीं, अब तो रिलायंस भारत के कुल निर्यात में लगभग 14% का योगदान देती है।
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अब रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) काफी बड़ी कंपनी बन गयी है, जोकि महज 1000 रुपये शुरू की गयी थी। अब रिलायंस इंडस्ट्रीज पेट्रोलियम अन्वेषण और उत्पादन, पेट्रोलियम शोधन और विपणन, पेट्रोकेमिकल्स, खुदरा और दूरसंचार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में कार्यरत है।