Retail Inflation: महंगाई के मोर्चे पर सरकार और आम लोगों को बड़ी राहत, इंफ्लेशन 25 माह के निचले स्तर पर

Retail Inflation Data For May 2023: इस वर्ष अप्रैल में महंगाई का आंकड़ा 4.70 प्रतिशत रहा था। मार्च में 5.7 फीसद पर आ गया था। इसका अर्थ है कि, महंगाई में लगातार तीसरे महीने गिरावट देखने को मिली। अप्रैल 2021 के बाद ये सबसे कम देखने को मिला है।

Update:2023-06-12 18:28 IST
प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)

Retail Inflation Data For May 2023: खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation in India) में एक बार फिर गिरावट आई है। मई महीने के लिए खुदरा महंगाई दर गिरकर 4.25 प्रतिशत पर जा पहुंची है। ये दर अप्रैल में 4.70 फीसद रही थी। ज्ञात हो, लगातार चौथा महीना है जब खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है। पिछले साल मई महीने में खुदरा महंगाई दर 7.04 फीसदी रही थी।

खुदरा महंगाई दर को लेकर सोमवार (12 जून) को बड़ी खबर आई। महंगाई के मोर्चे पर लगातार तीसरे महीने सरकार और आम लोगों को राहत मिली। आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा महंगाई (Retail Inflation) मई के महीने में घटकर 4.25 फीसद पर आ गया। इससे पहले अप्रैल 2021 में यह सबसे कम देखने को मिला था। अर्थात इन्फ्लेशन 25 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। अप्रैल में ये आंकड़ा 4.70 प्रतिशत था, जबकि मार्च में 5.7 फीसदी पर आ गया था।

आगे महंगाई के आंकड़ें मानसून पर निर्भर करेंगे

आंकड़ों से साफ़ जाहिर हो रहा है कि, महंगाई में लगातार तीसरे महीने गिरावट आई है। इसी साल फरवरी के बाद से 205 बेसिस प्वाइंट्स की गिरावट देखने को मिली है। आर्थिक मामलों के जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में महंगाई के आंकड़ें मानसून पर निर्भर करेंगे। इस बार अल नीनो (Al Nino) का भी कृषि क्षेत्र पर असर देखने को मिल सकता है।

खाद्य महंगाई में भी गिरावट

खाद्य महंगाई दर की बात करें तो मई महीने में इसमें भी गिरावट देखी जा रही है। अप्रैल के महीने में खाद्य महंगाई (Food Inflation) 3.84 प्रतिशत पर था, जो मई में घटकर 2.91 फीसद पर आ गया। इसी कड़ी में ग्रामीण महंगाई (Rural Inflation) 4.17 फीसदी, जबकि शहरी महंगाई (Urban Inflation) 4.27 प्रतिशत रही। बेस इफेक्ट के अलावा खाद्य और तेल की कीमतों में कमी की वजह से इस तर​ह के आंकड़े देखने को मिल रहे हैं। इसदि तरह, एनर्जी की कम कीमतों के अलावा अनाज तथा सब्जियों की कीमतों में नरमी ने भी महंगाई के स्तर को कम किया। LPG और मिट्टी के तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में तेज गिरावट की वजह से मई के महीने में ईंधन महंगाई काफी कम हुई है।

...तो सस्ती होंगी कर्ज दरें

खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) में कमी से सबसे ज्यादा राहत उन लोगों को मिल सकती है, जो महंगी EMI से परेशान हैं। आज के आंकड़ों से आने वाले दिनों में सस्ते कर्ज की उम्मीद बढ़ने लगी हैं। रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने 2023-24 वित्त वर्ष के लिए खुदरा महंगाई दर 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। वहीं, अप्रैल से जून तिमाही में 4.6 फीसद रहने का अनुमान है। लेकिन, मई में खुदरा महंगाई दर 4 प्रतिशत के करीब जा पहुंची है। अगर, ये सिलसिला जारी रहा तो अगस्त 2023 में जब RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की मीटिंग होगी तो उसमें राहत की उम्मीद की जा सकती है।

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