Artificial Intelligence के आने से कम हुई बाजार में नौकरियां! , टेक महिंद्रा सीईओ का यह है कहना
Artificial Intelligence: सीईओ ने कहा कि यह टेक विंटर नहीं चल रहा है। यहां पर लोगों के लिए अवसर खुल रहे हैं।
Artificial Intelligence: Artificial Intelligence (AI) के धीरे धीरे हो रहे विस्तार से बाजार का एक वर्ग के बीच में संशय का विषय है कि, इसके आने से आने वाले समय में बाजार में लोगों के बीच बेरोजगारी ज्यादा देखने को मिलेगी। इन लोगों को मानना है कि एआई का सीधा प्रभाव लोगों के रोजगार पर पड़ेगा। हालांकि एआई को लेकर बाजार चली रहीं इन अफवाहों से टेक महिंद्रा के सीईओ और प्रबंधन निदेशक सीपी गुरनानी का मत अलग है। गुरनानी का कहना है कि एआई ने नौकरियां छीनने के बजाय पैदा की हैं। ये बातें गुरनानी ने बार्सिलोना में MWC 202 में एक मीडिया से बात करते हुए कही।
मेरे नजर से एआई ने नौकरियां नहीं लीं...
इस दौरान एक मीडिया ने सीपी गुरनानी से अगले कुछ महीनों में नौकरी के अवसरों पर जनरेटिव AI के प्रभाव के बारे में प्रश्न पूछा तो उन्होंने कहा कि जनरेटिव एआई के उपयोग के मामले मैं जनरेटिव AI के बारे में बहुत खुश हूं। मेरे लिए, इसने नौकरियां नहीं लीं। इसने नौकरियां पैदा कीं। प्रौद्योगिकी हर चीज का दिल है। उन्होंने जनरेटिव एआई के प्रभाव और क्षेत्र में नौकरियों के भविष्य के बारे में अपनी आशावाद व्यक्त किया।
गुरनानी ने प्रौद्योगिकी के महत्व और रोजगार सृजन पर इसके प्रभाव पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "एआई ने नौकरियां नहीं लीं, इसने नौकरियां पैदा कीं।" तकनीकी क्षेत्र के भविष्य के बारे में उनका आशावाद आने वाले वर्षों में प्रौद्योगिकी की पेशकश की क्षमता को दर्शाता है।
टेक की छंटनी पर बोले टेक महिंद्रा सीईओ
बीते साल सितंबर से लेकर इस साल तक जारी टेक क्षेत्र में जारी छंटनी पर पर टेक महिंद्रा के सीईओ ने कहा कि यह टेक विंटर नहीं चल रहा है। यहां पर लोगों के लिए अवसर खुल रहे हैं। अमेरिका हमेशा से ही पूंजीवादी समाज रहा है। Amazon, Microsoft, Google और Apple जैसी सफल टेक कंपनियां अभी भी अपने परिणामों में वृद्धि दिखा रही हैं। यदि उन्हें पहले जितने लोगों की आवश्यकता नहीं है, तो वे केवल पुन: प्राथमिकता दे रहे हैं।