TikTok को माइक्रोसॉफ्ट नहीं ये कंपनी खरीदेगी! डील की चल रही तैयारी
लोकप्रिय चीनी ऐप टिक टॉक को कई देश बैन करने की तैयारी कर रहे हैं। भारत ने पहले ही देश में टिक टॉक समेत कई चीनी ऐप को बैन कर दिया है। इससे परेशान चीन की कंपनी बाइटडांस टिक टॉक को बेचने की तैयारी कर रही है।
नई दिल्ली: लोकप्रिय चीनी ऐप टिक टॉक को कई देश बैन करने की तैयारी कर रहे हैं। भारत ने पहले ही देश में टिक टॉक समेत कई चीनी ऐप को बैन कर दिया है। इससे परेशान चीन की कंपनी बाइटडांस टिक टॉक को बेचने की तैयारी कर रही है।
ऐसी खबरें कई दिनों से सामने आ रही है। अब इस बीच बड़ी खबर सामने आई है कि टिक टॉक को जल्द ही ट्विटर खरीद सकता है। दोनों कंपनियों के बीच जल्द ही डील होने की संभावना है।
मिली जानकारी के मुताबिक चीनी एप टिक टॉक के अमेरिकी ऑपरेशन को खरीदने के लिए इसका मालिक कंपनी बाइट डांस से संपर्क साधा है। जबकि विशेषज्ञों ने ट्विटर की वित्तीय हालात को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उनको मुताबिक, संदेह है की ट्विटर इस सौदे के लिए पर्याप्त रकम इकट्ठा कर पाएगी।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ट्विटर के शेयरधारकों में से एक निजी इक्विटी फर्म सिल्वर लेक ने सौदे को पूरा करने के लिए मदद की पेशकश की है। इस मामले के जानकारों ने ऐसी बातों को दरकिनार करते हुए कहा है कि माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़कर 45 दिनों में इस डील पक्का कर लेगा।
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ट्विटर का बाजार मूल्य 30 अरब डॉलर के करीब है, जो टिक टॉक की एसेट्स के कीमत के बराबर है। इस ट्विटर को डील के लिए अतिरिक्त पैसे जुटाने होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिक टॉक को प्रतिबंधित करने वाले कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर चुके हैं, लेकिन यह आदेश 15 सितंबर से प्रभावी होगा। इस दौरान टिक टाॅक को या तो कोई अमेरिकी कंपनी खरीद ले अन्यथा उसे अमेरिका से जाना होगा।
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इसलिए बढ़ाया है डील का हाथ
ट्विटर इसलिए चीनी एप को खरीदना चाहता है कि, क्योंकि उसे लगता है कि माइक्रोसाफ्ट की तुलना में उसे कम रेगुलेटरी नियमों का पालन करना होगा। इसके साथ ही उसे चीन से पड़ने वाले किसी तरह के दबाव का भी सामना नहीं करना होगा, क्योंकि ट्विटर चीन में नहीं है।