World Sleep Day 2023 : सोने के लिए कंपनी ने दी कर्मचारियों को छुट्टी, जानिए किस कंपनी ने किया ये बड़ा काम?
World Sleep Day 2023: विश्व नींद दिवस एक वैश्विक कार्यक्रम है जो प्रतिवर्ष मार्च के तीसरे शुक्रवार को मनाया जाता है। इसका मनाने के उद्देश्य नींद से संबंधित मुद्दों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ नींद की आदतों के महत्व को बढ़ावा देना है।
World Sleep Day 2023: कितना अच्छा होता है न जब कोई कंपनी अपने कर्मचारियों को इसलिए छुट्टी कर दे, ताकि वह चैन से सो सकें और वो भी बिना कोई वेतन के कटौती के। अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा नहीं होता है क्या ? जी हां ऐसा होता है और तो और यह भारत में हुआ है। दरअसल, 17 मार्च को पूरी दुनिया वर्ल्ड स्लीप डे माना रही है। इस वर्ल्ड स्लीप डे के मौके पर भारत की वेकफिट सॉल्यूशंस कंपनी ने एक अनोखी घोषणा कर दी है, जिसकी अब हर जगह चार्च हो रही है और सोशल मीडिया में पर जमकर अपना रिएक्शन दे रहे हैं। बैंगलोर बेस्ड स्टार्ट-अप वेकफिट सॉल्यूशंस ने अपने कर्मचारियों को पूरी तरह आराम करने के लिए प्रोत्साहित करने की उम्मीद में विश्व नींद दिवस 2023 पर कर्मचारियों के लिए छुट्टी की घोषणा की है।
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कंपनी ने लिंक्डइन पर साक्षा किया पोस्ट
इसको लेकर कंपनी ने अपने सभी कर्मचारियों को एक ईमेल भी भेजा है। कंपनी के इस ईमेल का शीर्षक सरप्राइज हॉलिडे: अनाउंसिंग द गिफ्ट ऑफ स्लीप"था। उसके बाद कंपनी ने इस ईमेल को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया साइट लिंक्डइन पर अपलोड किया। वहीं, ईमेल के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर पोस्ट किए गए हैं।
कंपनी ने अपने कर्मचारियों को ईमेल का कहा कि वर्ल्ड स्लीप डे के उपलक्ष्य में, सभी वेकफिट कर्मचारियों को 17 मार्च, 2023 को आराम का एक दिन दिया गया है और एक लंबे सप्ताहांत के साथ बहुत जरूरी आराम और आराम करने का सही मौका है। आगे कंपनी ने कहा कि नींद के प्रति उत्साही के रूप में हम स्लीप डे को एक त्योहार मानते हैं, खासकर जब यह शुक्रवार को पड़ता है। कर्मचारियों के पास छुट्टी लेने का विकल्प था, अगर वे चाहें तो।
इसके अलावा कंपनी के 'ग्रेट इंडियन स्लीप स्कोरकार्ड' सर्वे में बताया गया है कि पिछले एक साल में काम के घंटों के दौरान उनींदापन महसूस करने वाले लोगों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। यह संख्या बीते एक साल में 21 फीसदी बढ़ी है।
10 में से 9 लोग रात में दो बार जागते हैं
कंपनी के ग्रेट इंडियन स्लीप स्कोरकार्ड (जीआईएसएस) 2023 के 6वें संस्करण में यह भी पाया गया कि देश की नींद की गुणवत्ता अभी भी संदिग्ध है। देश में 33 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि वे अनिद्रा से पीड़ित हैं। 10 में से नौ भारतीयों ने बताया कि वे रात में कम से कम एक या दो बार जागते हैं।
नैप पॉसिली घोषणा करते हुए वक्त चर्चा में आई कंपनी
वेकफिट ने पिछले साल उस समय ध्यान आकर्षित किया था, जब कंपनी ने दोपहर 2 बजे से 2:30 बजे तक आधिकारिक नैप घंटे के रूप में फिक्स करने के साथ अपनी "राइट टू नैप पॉलिसी" की घोषणा की थी।
दोपहर 2 से 2.30 घोषित झपकी का समय
तब वेकफिट के निदेशक और सह-संस्थापक चैतन्य रामलिंगगौड़ा ने लिखा था, हमने काम पर दोपहर की झपकी को सामान्य करने और दोपहर 2 से 2.30 बजे तक अपने सभी कर्मचारियों के लिए आधिकारिक झपकी का समय घोषित करने का फैसला किया है।
रामालिंगेगौड़ा ने नासा और हार्वर्ड के कई अध्ययनों का हवाला देते हुए कहा कि दैनिक दोपहर की झपकी अनुभूति, प्रदर्शन और उत्पादकता में सुधार करने में मदद करती है।
इसलिए मनाया जाता वर्ल्ड स्लीप डे
आपको बता दें कि विश्व नींद दिवस एक वैश्विक कार्यक्रम है जो प्रतिवर्ष मार्च के तीसरे शुक्रवार को मनाया जाता है। इसका मनाने के उद्देश्य नींद से संबंधित मुद्दों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ नींद की आदतों के महत्व को बढ़ावा देना है।