Amit Shah Ka Jammu Kashmir Daura: अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद शाह का पहला घाटी दौरा आज से, आतंकवाद पर बड़े वार की तैयारी
Amit Shah Ka Jammu Kashmir Daura: घाटी में बढ़ते आतंकवाद के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आज से शुरू हो रहा जम्मू-कश्मीर का तीन दिवसीय दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Amit Shah Ka Jammu Kashmir Daura: घाटी में बढ़ते आतंकवाद के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) का आज से शुरू हो रहा जम्मू-कश्मीर का तीन दिवसीय दौरा (Jammu Kashmir Daura) काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शाह 23 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे (Amit Shah Three Day Visit To Jammu Kashmir) पर रहेंगे। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद शाह का यह पहला दौरा होगा।
इस यात्रा के दौरान गृहमंत्री शाह विभिन्न विकास योजनाओं का जायजा भी लेंगे। बदले माहौल में शाह की यात्रा (Amit Shah Ki Yatra) को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस दौरान वे वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक (Amit Shah Ki Baithak) करके राज्य के मौजूदा हालात की समीक्षा करेंगे। इस बैठक में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान (Aatank Ke Khilaf Abhiyan) की समीक्षा के साथ ही नई रणनीति को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है।
टारगेट किलिंग की घटनाओं से बढ़ी दहशत
शाह ने पिछले दिनों दिल्ली में भी एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में भी जम्मू-कश्मीर के हालात (Jammu Kashmir Ke Halat) की समीक्षा की गई थी। इस बैठक के बाद सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ रखा है। इसके बावजूद आतंकी घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है। घाटी में बड़ी आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में नाकाम आतंकियों ने अब आम लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
आम लोगों की टारगेट किलिंग (Target Killing) में आतंकी इस महीने अब तक 11 लोगों की हत्याएं कर चुके हैं। इन घटनाओं को लेकर काफी दहशत का माहौल है और घाटी से लोगों ने पलायन भी शुरू कर दिया है। इस कारण गृह मंत्री के दौरे (Amit Shah Ka Daura) को काफी अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि शाह लोगों में भरोसा जगाने की कोशिश करेंगे।
उच्चस्तरीय बैठक में बनेगी रणनीति
केंद्र सरकार की ओर से एक बड़े कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी जिसके तहत 70 मंत्रियों में जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। शाह का प्रस्तावित दौरा इस बड़े कार्यक्रम के दूसरे संस्करण का हिस्सा है। शाह की इस यात्रा के दौरान घाटी के लोगों को विभिन्न केंद्रीय योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही उनकी राय जानने की भी कोशिश की जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री श्रीनगर और शाहजहां के बीच शुरू होने वाली पहली फ्लाइट का शुभारंभ (Flight Ka Shubharambh) भी करेंगे। इसके साथ ही वे राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक भी करेंगे जिसमें सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अफसर भी हिस्सा लेंगे। इस उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह, रा चीफ सामंत कुमार गोयल, आईबी के मुखिया अरविंद कुमार, सीआरपीएफ के डीजीपी कुलदीप सिंह, बीएसएफ के डीजीपी पंकज सिंह और सेना के वरिष्ठ कमांडर हिस्सा लेंगे। इस बैठक में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर चर्चा के साथ ही नई रणनीति पर भी विचार किया जाएगा।
पीड़ितों के परिजनों से भी मिलेंगे शाह
केंद्र सरकार की ओर से अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया था और इस बड़े कदम को उठाए जाने के बाद शाह जम्मू-कश्मीर के पहले दौरे पर पहुंच रहे हैं। यात्रा के दौरान शाह हाल की आतंकी घटनाओं के शिकार हुए लोगों के परिजनों से भी मिलेंगे। जानकार सूत्रों का कहना है कि शाह की इच्छा इन लोगों के घरों पर जाकर परिजनों से मुलाकात करने की थी मगर सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा संभव नहीं हो सकेगा।
श्रीनगर के साथ ही जम्मू का भी दौरा करेंगे। शाह भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मुलाकात करके उनसे भी जम्मू-कश्मीर के हालात के बारे में जानकारी लेंगे। अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने के बाद उनके पहले दौरे पर भाजपा की ओर से जोरदार स्वागत की तैयारियां की गई हैं।
लोगों में भरोसा जगाने की होगी कोशिश
शाह का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब आतंकियों ने घाटी में अल्पसंख्यकों और आम लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। टारगेट किलिंग की बढ़ती घटनाओं के कारण घाटी में दहशत का माहौल बन गया है। आतंकी हमलों का भय इतना बढ़ चुका है कि प्रवासी मजदूरों और आम लोगों ने पलायन भी शुरू कर दिया है। जम्मू स्टेशन पर कई दिनों से ऐसे लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है जो जल्द से जल्द घाटी छोड़कर निकल जाना चाहते हैं। माना जा रहा है कि शाह ऐसे लोगों में भरोसा जगाने के साथ ही पाक को सख्त संदेश भी दे सकते हैं।
आतंकियों के लिए आम लोगों को निशाना बनाना आसान साबित हो रहा है क्योंकि वे छोटे हथियारों से घटना को अंजाम देकर आराम से निकलने में कामयाब हो रहे हैं। हालांकि सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ रखा है और हाल के दिनों में कई बड़े आतंकी मारे गए हैं। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी कहा है कि आतंकियों से निर्दोष लोगों की हत्याओं का बदला लिया जाएगा।
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