मायावती का अखिलेश पर प्रहार, बोलीं- BJP से BSP के नहीं सपा के रिश्ते, काम बनाने के लिए एक सदस्य को BJP में भेजा
बीजेपी से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के संबंध रहे हैं उन्होंने भरे मंच पर अखिलेश यादव को आशीर्वाद भी दिलवाया था. अब अपना काम बनाने के लिए परिवार के एक सदस्य को बीजेपी में भेज दिया है जो जगजाहिर है।
Up political News: बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज अखिलेश यादव पर जोरदार प्रहार किया है. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का भारतीय जनता पार्टी से कोई संबंध नहीं है। अंबेडकरवादी लोग सपा मुखिया अखिलेश यादव को कभी नहीं माफ करेंगे। बीजेपी से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के संबंध रहे हैं उन्होंने भरे मंच पर अखिलेश यादव को आशीर्वाद भी दिलवाया था। अब अपना काम बनाने के लिए परिवार के एक सदस्य को बीजेपी में भेज दिया है जो जगजाहिर है।
मायावती का ट्वीट
1. यू.पी. में अम्बेडकरवादी लोग कभी भी सपा मुखिया श्री अखिलेश यादव को माफ नहीं करेंगे, जिसने, अपनी सरकार में इनके नाम से बनी योजनाओं व संस्थानों आदि के नाम अधिकांश बदल दिये है। जो अति नि7न्दनीय व शर्मनाक भी है।
2. बीजेपी से, बी.एस.पी. नहीं बल्कि सपा संरक्षक श्री मुलायम सिंह खुलकर मिले है जिन्होंने बीजेपी के पिछले हुये शपथ में, श्री अखिलेश को बीजेपी से आर्शीवाद भी दिलाया है और अब अपने काम के लिए एक सदस्य को बीजेपी में भेज दिया है। यह जग-जाहिर है।
बता दें मायावती का यह ट्वीट समाजवादी पार्टी के नेताओं के उस बयान पर आया है जो बसपा को बीजेपी की बी टीम बताते रहे हैं. मायावती ने अखिलेश यादव पर सीधा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि अंबेडकरवादी लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे. सपा सरकार ने उनकी सरकार की तमाम योजनाओं का नाम बदलकर अपने नाम पर कर लिया था. इसके साथ ही उन्होंने अपर्णा यादव को लेकर भी हमला बोला है.
अपर्णा यादव चुनाव से पहले बीजेपी में हुई थीं शामिल
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव यूपी विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर लिया था. बीजेपी ने इस मौके को खूब भुनाया और उनसे पूरे प्रदेश में प्रचार कराया था. अपर्णा यादव ने जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी और सीएम आवास पर जाकर अपने बच्चों के साथ उनका राजतिलक भी किया था. अपर्णा यादव के बारे में कहा जा रहा है कि बीजेपी उन्हें रिटर्न गिफ्ट देकर एमएलसी और योगी मंत्रिमंडल में भी शामिल कर सकती है. इसे बीजेपी जहां मौके के रूप में देख रही है वहीं मायावती ने समाजवादी पार्टी को घेरा है।