वैक्सीन और मौतों का संबंध, स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट ने उलझाया
मंत्रालय की रिपोर्ट एक ओर कहती है कि कुछ मौतों का वैक्सीन से संबंध था। साथ ही ये भी कहती है कोई मौत वैक्सीन से नहीं हुई!
नीलमणि लाल
लखनऊ: भारत में क्या किसी इंसान की मौत कोरोना की वैक्सीन की वजह से हुई है? ये सवाल अभी तक अनुत्तरित है। और तो और, अब स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट ने कंफ्यूज़न को और बढ़ा दिया है। दरअसल भारत में कोरोना वैक्सीन के गंभीर साइड इफेक्ट्स के मामलों की जांच के लिए एक राष्ट्रीय कमेटी है। इस कमेटी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वैक्सीन के बाद गंभीर दुष्परिणाम के 8 मामलों को देखा गया।
वैक्सीनेशन से मौत भी और नहीं भी
इसमें 3 केस वैक्सिनेशन से संबंधित पाए गए, 4 केस इत्तेफाकन थे, और एक केस वर्गीकरण के लिये अनुचित था। रिपोर्ट के अंत में लिखा है कि कोई भी मौत कोविड 19 की वैक्सीन की वजह से हुई नहीं पाई गई। यानी ये रिपोर्ट एक तरफ कहती है कि कुछ मामलों का वैक्सीन से ताल्लुक था लेकिन रिपोर्ट बाद में कहती है कि कोई मौत वैक्सीन के कारण नहीं हुई!
अब भी नहीं मिला स्पष्ट जवाब
ये स्पष्ट तौर पर विरोधाभासी है। वैक्सीन से मौत हुई या नहीं, ये बताया नहीं गया है। डाउन टू अर्थ वेबसाइट के अनुसार, रिपोर्ट के साथ जो चार्ट दिया गया है उसमें साफ साफ तीन मौतों की बात है - महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और कर्नाटक में। इसमें बताया गया है कि इन तीनों लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन ली थी।
वैक्सीन से ही मौत हुई इसका पर्याप्त प्रमाण नहीं
स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर चस्पा इस रिपोर्ट के अनुसार ये तीन मौतों का वैक्सिनेशन से संबंध है। लेकिन साथ में ये भी लिखा है कि वैक्सीन से ही मौत हुई इसका पर्याप्त प्रमाण नहीं है। वैक्सीन के गंभीर दुष्परिणामों की पड़ताल करने के लिए सरकार ने विशेष ग्रुप का गठन किया हुआ है।
वैक्सिनेशन से मौत का संबंध
ये ग्रुप मामलों का विश्लेषण करता है जिसके बाद राष्ट्रीय कमेटी की बैठक में उसपर विचार होता है और किसी निष्कर्ष पर अंतिम मोहर लगती है। जिन 8 मामलों की बात की गई है उनके अंतिम रिजल्ट 9 मार्च को पूरे किए गए थे। वैसे, अब तक वैक्सीन लगने के बाद 79 मौतों की खबर है लेकिन किसी भी मामले का वैक्सिनेशन से सीधा संबंध स्थापित नहीं किया जा सका है।