चीन में कोरोना का आतंक: पूरे शंघाई की टेस्टिंग शुरू, लॉकडाउन से खौफ में सभी लोग
Coronavirus in China: चीनी सेना के साथ-साथ हजारों हेल्थ केयर वर्कर्स को टेस्टिंग का काम करने के लिए शंघाई में लगाया गया है। शहर में तड़के से ही टेस्टिंग के लिए लाइनें लग रहीं हैं।
Coronavirus in China : चीन में कोरोना (Corona) के बढ़ते मामलों और नए वेरियंट (Corona New Variant) सामने आने से एक नया संकट खड़ा हो गया है। शंघाई (Shanghai) की हालत ये है कि वहां की पूरी ढाई करोड़ से ज्यादा आबादी की टेस्टिंग (Testing) शुरू कर दी गई है। चीन में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1366 पॉजिटिव केस मिले हैं।
चीनी सेना (Chinese Army) के साथ-साथ हजारों हेल्थ केयर वर्कर्स (Health Care Workers) को टेस्टिंग का काम करने के लिए शंघाई में लगाया गया है। शहर में तड़के से ही टेस्टिंग के लिए लाइनें लग रहीं हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ऐसे जियांगसू, झेजियांग और बीजिंग के कई प्रांतों ने स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों को शंघाई को भेजा है, कुछ अनुमानों में इनकी कुल संख्या 10,000 से अधिक है। कोरोना वायरस की 2020 की शुरुआत में सेना ने हुबेई प्रांत में 4,000 से अधिक चिकित्सा कर्मियों को भेजा था।
शंघाई में दो-चरण लॉकडाउन
शंघाई में दो-चरण लॉकडाउन लगाया गया है। इसके तहत सभी निवासियों को अपने घरों तक सीमित कर दिया गया है। शहर के निवासियों से एंटीजन का उपयोग करके सेक्फ टेस्टिंग करने के लिए कहा गया है। वैसे तो बाकी दुनिया की तुलना में शंघाई में कोरोना का ताजा का प्रकोप बहुत छोटा है लेकिन चीन की जीरो कोरोना नीति के चलते बेहद सख्त कदम उठाए गए हैं। सभी सकारात्मक मामलों और उनके करीबी संपर्कों के परीक्षण, ट्रेसिंग और क्वारंटाइन की नीति जारी रखी जा रही है। इस रणनीति से तनाव भी दिख रहा है। लोगों को खाद्य आपूर्ति और आवश्यक चिकित्सा सहायता की दिक्कतें हो रहीं हैं।
जनता कोरोना प्रतिबंधों से ऊब चुकी है
अब जनता कोरोना प्रतिबंधों से बुरी तरह ऊब चुकी है। लेकिन चीन अपनी जीरो कोरोना नीति को छोड़ने को तैयार नहीं है। एक्सपर्ट्स इसकी वजह चीनी लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी की कमी तथा देशी वैक्सीनों की संदिग्ध क्षमता बताते हैं। फिर भी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने देश से जितनी जल्दी हो सके कोरोना प्रकोप की गति को रोकने के लिए आग्रह किया है।
शंघाई बंदरगाह में कामकाज बाधित
कोरोना प्रतिबंधों के कारण शंघाई बंदरगाह में कामकाज बाधित होता जा रहा है। चूंकि, ये दुनिया का सबसे व्यस्त कंटेनर बंदरगाह है और लॉस एंजिल्स के बंदरगाह से चार गुना से अधिक की मात्रा को संभालता है इसलिए ग्लोबल सप्लाई चेन पर असर पड़ने लगा है।