Coronavirus: तीसरी कहर की आहट, महाराष्ट्र और एमपी में बढ़ने लगे कोरोना के केस

डेल्टा प्लस वेरिएंट में K417N म्यूटेशन है जो दक्षिण अफ्रीका में मिले बीटा वेरिएंट में भी था। बीटा वेरिएंट, अल्फा और डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले वैक्सीनों को चकमा देने में ज्यादा कामयाब रहता है।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Pallavi Srivastava
Update:2021-06-25 11:46 IST

कोरोनावायरस ( फोटो सौजन्य से सोशल मीडिया)

Coronavirus News:  कोरोना संक्रमण के केस महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में बढ़ने लगे हैं। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में भी इन्हीं दो राज्यों में सबसे पहले मामले मिलना शुरू हुए थे सो ऐसे में अब तीसरी लहर की आहट भी इन्हीं राज्यों से मिलने लगी है। महाराष्ट्र के कई जिलों में कोरोना के साप्ताहिक मामलों की औसत और पॉजीटिविटी दर राज्य की औसत से अधिक बनी हुई है। राज्य की कोरोना टास्क फोर्स ने भी कहा है कि सरकार को तीसरी लहर के मुकाबले के लिए तैयार रहना चाहिए। महाराष्ट्र में 24 जून को कोरोना के 9,844 मामले सामने आए और 197 मौतें हुईं। दो दिनों से यहां नए मामलों का ग्राफ ऊपर जा रहा है।

डेल्टा प्लस का खतरा

खतरनाक डेल्टा प्लस वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र के लिए 11 जिलों में साप्ताहिक औसत में बढ़ोतरी चिंता का विषय बनी हुई है। 10 जिलों में पॉजीटिविटी दर राज्य की औसत से अधिक है। महाराष्ट्र के 7 जिलों में अब तक डेल्टा प्लस के 21 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से नौ रत्नागिरी, सात जलगांव, दो मुंबई और एक-एक पालघर, ठाणे और सिंधुदुर्ग जिले के हैं।

महाराष्ट्र में दो दिनों से नए मामलों का ग्राफ ऊपर जा रहा है pic(social media)

मध्य प्रदेश में ग्राफ जा रहा ऊपर

मध्य प्रदेश में कोरोना के कई वेरियंट पाए गए हैं। प्जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 1,200 से अधिक सैंपलों में से 380 में सबसे अधिक मामले डेल्टा वेरिएंट के हैं। यूनाइटेड किंगडम में पाया गया अल्फा वेरिएंट दूसरे नंबर पर रहा है। इसके अलावा डेल्टा प्लस के भी 6 केस हैं। उनमें से दो-दो भोपाल और उज्जैन में और एक-एक अशोक नगर और रायसेन में सामने आए हैं। उज्जैन और अशोक नगर में तो दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।

डेल्टा प्लस वेरियंट

भारत में मिले कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट में अब एक और म्यूटेशन हुआ है। इस म्यूटेशन के साथ इसे डेल्टा प्लस के नाम से जाना जा रहा है। यह वेरिएंट अभी तक भारत समेत 10 देशों में पाया जा चुका है। यह कोरोना के इलाज की एन्टीबॉडी कॉकटेल को चकमा देने में भी कामयाब हो रहा है। भारत के टॉप वायरोलॉजिस्ट्स में शामिल प्रोफेसर शाहिद जमील ने कहा है कि ये वेरिएंट वैक्सीन और संक्रमण दोनों तरह की इम्युनिटी को मात देने में कामयाब हो सकता है। डेल्टा प्लस वेरिएंट में K417N  म्यूटेशन है जो दक्षिण अफ्रीका में मिले बीटा वेरिएंट में भी था। बीटा वेरिएंट, अल्फा और डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले वैक्सीनों को चकमा देने में ज्यादा कामयाब रहता है।

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