Coronavirus: ओमिक्रॉन से भारत में दहशत, कोरोना पर केंद्र ने जारी की नई एडवाइजरी!

Omicron Variant Guidelines India: केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर ओमिक्रॉन के विस्तार को रोकने के लिए सख्त और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही स्थानीय और जिला स्तर पर भी त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

Newstrack :  Network
Published By :  Shreya
Update:2021-12-22 08:09 IST

कोरोना टेस्ट (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Omicron Variant Guidelines India: भारत में ओमिक्रोन संक्रमित मामलों (Omicron Variant Ke Mamle) का विस्तार बहुत ही व्यापक तरीके से हो रहा है। 20 दिनों के अंदर ही देश के 14 राज्यों में 220 केस (Omicron Variant Cases) सामने आ चुके हैं। नए स्वरूप के इस तरह फैलने से सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गए हैं। ऐसे में केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर ओमिक्रॉन के विस्तार को रोकने के लिए सख्त और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही स्थानीय और जिला स्तर पर भी त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। 

इस पत्र केंद्र की ओर से ओमिक्रॉन को डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) से तीन गुना ज्यादा संक्रामक बताया गया है और वॉर रूम (War Room) एक्टिव करने की सलाह दी गई है। चलिए जानते हैं कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट (Corona New Variant) ओमिक्रॉन को लेकर केंद्र ने राज्यों को क्या निर्देश दिए हैं।  

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

राज्यों को केंद्र का निर्देश 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि राज्य कोरोना को रोकने के लिए टेस्टिंग और निगरानी बढ़ाने के साथ नाइट कर्फ्यू, शादियों और अंतिम संस्कार जैसे समारोह में लोगों की संख्या तय करने और बड़ी सभाओं पर रोक लगाने जैसे कदम उठाएं। 

जिला स्तर पर कंटेनमेंट जोन बनाने और इसकी सीमा तय करने की सलाह दी गई है। साथ ही कोरोना संक्रमितों की समीक्ष करने और अस्पताल में जरूरी सुविधाएं बढ़ाने की भी बात कही गई है। केंद्र का कहना है कि इस तरह से राज्य के अन्य हिस्सों में कोरोना संक्रमण फैलने से पहले ही काबू हो जाएगा। 

केंद्र ने पत्र में कहा है कि भले ही संक्रमितों की संख्या कम हो लेकिन फिर भी जिला और स्थानीय स्तर पर सक्रिय कार्रवाई करते रहना है। फील्ड अधिकारियों के साथ नियमित समीक्षा की जाए। 

कंटेनमेंट का चयन करने, टेस्ट, ट्रेक और सर्वेलांस पर फोकस करने की भी सलाह राज्यों को दी गई है। केंद्र ने कहा कि राज्य डोर टू डोर केस सर्च, टेस्टिंग जैसे जरूरी कदम भी उठाएं और RT-PCR की संख्या बढ़ाएं। 

कोरोना की दूसरी लहर में अस्पतालों में बेड की कमी देखी गई थी, ऐसे में केंद्र ने राज्यों को बेड़ की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एंबुलेंस,  अन्य मशीनरी, ऑक्सीजन और दवाओं का बफर स्टॉक बढ़ाने की भी सलाह दी गई है। 

टेस्टिंग के साथ साथ राज्यों को 100 फीसदी वैक्सीन पर भी फोकस करने के लिए कहा गया है। जाहिर है कि महामारी की शुरुआत से ही वैक्सीन को कोरोना के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है।

केंद्र ने पत्र में कोरोना के नए क्लस्टर कंटेनमेंट जोन, बफर जोन बनाने की सलाह दी और कहा कि कंटेनमेंट में ही संक्रमण को रोकने के लिए कदम उठाए जाएं। साथ ही सभी क्लस्टर में सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाए।

राज्यों से कोरोना के मरीजों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग करने के लिए कहा गया है। जिला प्रशासन विदेशों से आए यात्रियों की निगरानी करे। 

केंद्र ने कहा है कि ओमिक्रॉन को देखते हुए नेशनल क्लीनिक मैनेजमेंट प्रोटोकॉल में कोई बदलाव नहीं होगा।  

(फोटो- न्यूजट्रैक) 

अब तक किन राज्यों में फैला ओमिक्रॉन (Coronavirus Omicron Variant in India)

भारत में अब तक ओमिक्रॉन के कुल 220 मामले सामने आ चुके हैं। उनमें से महाराष्ट्र से 65, दिल्ली से 54, राजस्थान से 18, गुजरात से 14, कर्नाटक से 19, तेलंगाना से 24, केरल से 15, जम्मू से 3, उत्तर प्रदेश से 2, ओडिशा से 2, आंध्र प्रदेश से 1, चंडीगढ़ से 1, पश्चिम बंगाल से 1, तमिलनाडु से 1 मामले शामिल हैं। यह आंकड़े 21 दिसंबर की रात 9 बजे तक के हैं। 

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