Elon Musk Tesla Company: एलोन मस्क के लिए बंगाल, तेलंगाना और महाराष्ट्र में खींचतान
Elon Musk Tesla Company: इस होड़ की शुरुआत एलोन मस्क के 13 जनवरी के ट्वीट के बाद हुई। असल में ट्विटर पर किसी यूजर ने मस्क से पूछा था कि भारत में टेस्ला कब लांच होने वाली है।
Elon Musk Tesla Company: दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक, एलोन मस्क को भारत में अपनी टेस्ला कंपनी की इकाई लगाने के लिए कई राज्यों में होड़ लग गई है। 'टेस्ला' और एलोन मस्क की पावर ही इतनी है कि हर कोई उनको अपनी तरफ खींचना चाह रहा है और इस क्रम में एक दूसरे की टांग भी खींची जा रही है।
इस होड़ की शुरुआत एलोन मस्क के 13 जनवरी के ट्वीट के बाद हुई। असल में ट्विटर पर किसी यूजर ने मस्क से पूछा था कि भारत में टेस्ला कब लांच होने वाली है। इस यूजर ने ये भी कहा कि आपको दुनिया के हर हिस्से में होना चाहिए। इसके जवाब में मस्क ने ट्वीट किया कि टेस्ला को भारत में अपनी कार को लांच करने में बहुत चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। मस्क ने कहा कि उनको अब भी सरकार से बहुत चुनौतियों से निपटना पड़ रहा है।
महाराष्ट्र और तेलंगाना
महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने एलोन मस्क को टैग करते हुए लिखा - महाराष्ट्र भारत में सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक है। हम आपको भारत में स्थापित होने के लिए महाराष्ट्र से सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे। हम आपको महाराष्ट्र में अपने विनिर्माण संयंत्र को स्थापित करने के लिए आमंत्रित करते हैं।
इसके पहले तेलंगाना के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री के.टी. रामाराव मस्क को तेलंगाना में संयंत्र स्थापित करने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं। रामाराव ने मस्क को संबोधित ट्वीट में लिखा - एलोन, मैं भारत में तेलंगाना राज्य का उद्योग और वाणिज्य मंत्री हूं। तेलंगाना में आपको यूनिट स्थापित करने के लिए साझेदारी करने में खुशी होगी। उन्होंने कहा, हमारा राज्य सस्टेनेबिलिटी पहल में एक चैंपियन और भारत में एक शीर्ष व्यापार गंतव्य है।
बंगाल का न्यौता
पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक विकास और मदरसा शिक्षा मंत्री, मोहम्मद गुलाम रब्बानी ने एक ट्वीट करके मस्क को बंगाल में आमंत्रित किया है। उन्होंने लिखा - यहां आ जाइये। पश्चिम बंगाल में हमारे पास सबसे अच्छा इंफ्रा है और हमारी नेता ममता बनर्जी के पास विजन है। बंगाल का मतलब बिजनेस है।
रब्बानी के ट्वीट पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए उनको याद दिलाया कि उनकी पार्टी ही ने टाटा की कार परियोजना को लगभग 14 साल पहले राज्य से बाहर कर दिया था।
क्या है पेंच
टेस्ला इस साल भारत में आयातित कारों की बिक्री शुरू करना चाहती है, लेकिन दिक्कत इम्पोर्टेड कारों पर टैक्स को लेकर है। असल में भारत में टैक्स पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा हैं। अमेरिका में टेस्ला मॉडल 3 एक किफायती मॉडल के रूप में जानी जाती है जिसकी कीमत करीब 30 लाख रुपये है लेकिन भारत में आयात शुल्क के साथ यह लगभग 60 लाख रुपये की पड़ेगी। और इससे वह बहुत बड़े वर्ग के लिए हैसियत से बाहर की चीज हो जाएगी।
40,000 डॉलर (30 लाख रुपये) से अधिक कीमत की आयातित कारों पर भारत में बीमा और शिपिंग खर्च सहित 100 प्रतिशत ड्यूटी लगती है। 40,000 डॉलर से कम की कारों पर 60 प्रतिशत आयात कर लगता है। सरकार टेस्ला को अन्य रियायतों की पेशकश के साथ-साथ आयात शुल्क कम करने पर विचार कर सकती है, लेकिन शर्त ये है कि इसके लिये टेस्ला को देश में एक विनिर्माण इकाई स्थापित करने में निवेश करना होगा। यहीं पर मामला फंसा हुआ है।