Indian Security Agencies Alert: कश्मीर में बड़े आतंकी हमले की आशंका! भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सावधान
Indian Security Agencies Alert: कश्मीर में आतंकी हमले की आशंका को लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है।
Indian Security Agencies Alert: कश्मीर में आतंकी हमले (Terrorist Attack in Kashmir) की आशंका को लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों (Indian security Agencies) ने अलर्ट जारी किया है। खबर है कि कंधार में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) और तालिबानी आतंकियों (Taliban Terrorists) के बीच बैठक हुई थी। इस बैठक को लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली है कि ये मुलाकात भारतीय सीमा पर आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए की गई है। इसके लिए उसने तालिबान समर्थन मांगा है।
इस मामले को लेकर एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया, "24 अगस्त को सुरक्षा एजेंसियों को कुछ खुफिया इनपुट मिले है, जिसमें पाया गया कि श्रीनगर में पाकिस्तान से आतंकी घुसपैठ करके ग्रेनेड हमला करने के फिराक में है। इस खबर की जानकारी मिलते ही सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है।"
वहीं डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि कश्मीर का माहौल बिगाड़ने वाले आतंकियों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। हमारे सुरक्षाकर्मी जम्मू-कश्मीर की परिस्थितियों को खराब नहीं होने देंगे।
मसूर ने तालिबान से कश्मीर में गतिविधियां बढ़ाने के लिए मांगा सहयोग
मालूम हो कि कुछ दिनों पहले मसूद अजहर (Masood Azhar) ने यह मुलाकात 17 से 19 अगस्त के बीच अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में हुई। इस बैठक का इंतजाम ISI ने करवाया था। मसूर ने तालिबान से कश्मीर में गतिविधियां बढ़ाने के लिए सहयोग मांगा था। ये वहीं मसूद अजहर है, जिसने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है।
मसूद ने जिन तालिबानी नेताओं से मुलाकात की थी, उनमें अब्दुल गनी बरादर (Abdul Ghani Baradar) भी शामिल था। अब्दुल गनी बरादर तालिबान के राजनीतिक धड़े का हेड है। बता दें कि मसूद अजहर ने काबुल पर कब्जे के ठीक पहले तालिबान की प्रशंसा की थी। उनसे कहा था कि तालिबान ने अमेरिका समर्थित अफगान सरकार को गिरा दिया है। 'मंजिल की तरफ' शीर्षक से लिखे एक लेख में कहा था कि मुजाहिदीनों की जीत खुशी पैदा करने वाली है।