भागवत का जम्मू कश्मीर दौराः आतंकियों की नापाक हरकत, कश्मीरी पंडितों के कुल देवी मंदिर पर हमला
आतंकियों ने किया कश्मीरी पंडितों के कुल देवी मंदिर पर हमला, लगाई आग
Jammu And Kashmir Hamla: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यहां शांति तो आई है पर कुछ लोगों की दूषित मानसिकता अभी भी रह रह कर सामने आती रहती है। ऐसा माना जा रहा था कि जम्मू-कश्मीर अमन की ओर तेजी से बढ़ चला है लेकिन संघ प्रमुख मोहन भागवत (mohan bhagwat) के जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) दौरे के दौरान अलगाववादियों की जो हरकत सामने आई है, उससे यह साफ हो रहा है कि इन लोगों की मानसिकता इतनी जल्दी बदलने वाली नहीं है। आतंकियों ने अनंतनाग के मट्टान स्थित भार्गशिखा भगवती माता मंदिर (Bhargashikha Bhagwati Mata mandir) में तोड़ फोड़ के साथ आगजनी की घटना को अंजाम दिया है। यह मंदिर कश्मीरी पंडितों की कुल देवी का था, जिसे आतंकियों ने नुकसान पहुंचाया है। गौरतलब है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत (mohan bhagwat) एक अक्टूबर से जम्मू कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।
घटना की जानकारी होने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और प्रशासनिक अधिकारी ने मंदिर पहुंच कर मामले की छानबीन की। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी गई है। खबरों के मुताबिक यह मंदिर मट्टान में पहाड़ पर स्थित है। हाल ही में मंदिर की सजावट भी की गई थी। यहां देवी भार्गशिखा का प्रतीक चिन्ह भी बनाया गया था। वहीं गत रात आतंकियों ने कुल देवी की प्रतिमा को तोड़ने के साथ मंदिर में आग लगा दी, जिससे सजावट भी नष्ट हो गयी है। हालांकि मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना की छानबीन की है।
इस मामले में डीसी डॉ. पीयूष गोयल ने कहा कि इस तरह का अनैतिक और अवैध कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सामाजिक व सामुदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। गौरतलब है कि कश्मीरी पंडितों की कुल देवी मंदिर में नवरात्र का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता रहा है और इस बार भी इसी की तैयारी चल रही थी। आतंकवाद के दौर में भी इस मंदिर में पूजा अर्चना होती रही, लेकिन इस बार आतंकियों ने नवरात्रि से पहले ही मंदिर को क्षतिग्रस्त कर दिया है।
गौरतलब है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह मोहन भागवत का पहला जम्मू दौरा है। वह तीन अक्टूबर को 50 हजार स्वयं सेवकों को संबोधित करेंगे।