अमित शाह और केशव प्रसाद मौर्य की मुलाकात होते ही चर्चाओं का दौर तेज
Delhi News: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आज देर शाम नई दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
Delhi News: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आज देर शाम नई दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अमित शाह से विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की। कहने को तो यह शिष्टाचार भेंट थी पर मुलाकात के बाद राजनीतिक क्षेत्र में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
दरअसल एक दिन पहले ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का एक बयान आया था जिसमें कहा गया है कि चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला केन्द्रीय हाईकमान और विधायकों की बैठक में लिया जाएगा। जबकि हाईकमान काफी समय से यह बात दोहरा रहा है कि यूपी में विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि ''अगली बार योगी सरकार।'' लेकिन केशव प्रसाद मौर्य के उस बयान को आज की अमितशाह से मुलाकात के साथ जोड़ा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव के समय केशव प्रसाद मौर्य यूपी भाजपा के अध्यक्ष थे और उन्होंने इस चुनाव में लगभग 200 जनसभाएं की थी। इसके बाद कहा जा रहा था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर केशव प्रसाद मौर्य इस पद के सशक्त दावेदार हैं। परन्तु जब भाजपा को अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर रिकार्ड 325 सीटें मिली तो गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ को प्रदेश की कमान सौंप दी गयी।
उसके बाद से लगातार मीडिया में इस बात की चर्चा होती रही कि केशव प्रसाद मौर्य नाराज हैं। हालांकि केशव प्रसाद मौर्य की तरफ से इस बात का हमेशा खंडन किया जाता रहा। पर उनके खेमे की तरफ से यही बात कही जाती रही कि सांगठनिक स्तर पर पिछले चुनाव में सरकार बनाने में केशव प्रसाद मौर्य के बडे़ योगदान को देखते हुए उनको ही प्रदेश का मुख्यमंत्री होना चाहिए था।अब जब एक बार फिर उत्तर प्रदेश में चुनाव का माहौल बनने लगा है है तो इस तरह की चर्चाएं फिर से शुरू हो चुकी है।