पहला रेलमंत्री जो आईआईटी और व्हार्टन से पढ़ा है, जानिए इनके बारे में
अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) जिन्होंने आईआईटी और व्हार्टन बिजनेस स्कूल से पढ़ाई की है, वे मोदी कैबिनेट में शामिल टेक्नोक्रेट्स में काफी ऊंचे पायदान पर हैं।
नई दिल्ली। देश में पहली बार एक दिग्गज टेक्नोक्रेट को रेल मंत्री बनाया गया है। ये कदम भारतीय रेलवे में होने वाले बड़े बदलावों का संकेत है। नए रेल मंत्री हैं अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) जिन्होंने आईआईटी और व्हार्टन बिजनेस स्कूल से पढ़ाई की है। वे मोदी कैबिनेट में शामिल टेक्नोक्रेट्स में काफी ऊंचे पायदान पर हैं।
ओडिशा से राज्यसभा के भाजपा सांसद अश्विनी वैष्णव एक पूर्व आईएएस अधिकारी भी हैं। अटल बिहारी वाजपेयी जब पीएम थे अब अश्विनी वैष्णव प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में भी काम कर चुके हैं।
- वैष्णव ने ओडिशा के बालासोर और कटक जिलों में कलेक्टर के रूप में कार्य किया है। उन्होंने 2003 तक ओडिशा में काम किया। इसके बाद, उन्हें पीएमओ में उप सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।
- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बालासोर जिले में राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए वैष्णव की ईमानदारी, समर्पण और प्रतिबद्धता की सराहना की थी।
- 1999 में ओडिशा में आये सुपर साइक्लोन का पूर्वानुमान के लिए वैष्णव ने बेहतरीन काम किया था।
- 2006 में वह गोआ के मोरमुगाओ पोर्ट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष बने, जहां उन्होंने 2 वर्ष तक काम किया।
- 2010 में उन्होंने आईएएस की नौकरी छोड़ दी और प्रबंध निदेशक के रूप में अमेरिका की कम्पनी जीई ट्रांसपोर्टेशन में शामिल हो गए।
- वे जर्मन कंपनी सीमेंस में वाइस प्रेसिडेंट, लोकोमोटिव्स एंड हेड, अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर स्ट्रैटेजी के रूप में भी काम कर चुके हैं।
2012 में अश्विनी ने कॉपोर्रेट क्षेत्र को भी अलविदा कर दिया और उद्यमी बन गए। उन्होंने गुजरात में थ्री टी ऑटो लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड और वी जी ऑटो कंपोनेंट्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की। ये दोनों कंपनियां ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स बनाती हैं।