Shaheed Diwas 2025: पीएम मोदी ने बंदूकें बोने वाले बालक के बलिदान को किया नमन
Shaheed Diwas 2025 ये वो बलिदानी हैं जो सर पर कफन बांधकर निकले थे और फांसी के फंदे को चूमा था। सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है जोर कितना बाजू ए कातिल में है।;
Shaheed diwas News (Image From Social Media)
Shaheed Diwas 2025: शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का आज शहीदी दिवस है। 23 मार्च 1931 को लाहौर जेल में इन क्रांतिकारियों को फांसी दी गई थी। शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी आदि ने शहीदों को याद कर अपने ट्वीटर हैंडल से श्रद्धांजलि दी है। ये वो बलिदानी हैं जो सर पर कफन बांधकर निकले थे और फांसी के फंदे को चूमा था। सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है जोर कितना बाजू ए कातिल में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा है, आज हमारा राष्ट्र भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के सर्वोच्च बलिदान को याद करता है। स्वतंत्रता और न्याय के लिए उनका निडर प्रयास हम सभी को प्रेरित करता है।
Today, our nation remembers the supreme sacrifice of Bhagat Singh, Rajguru and Sukhdev. Their fearless pursuit of freedom and justice continues to inspire us all. pic.twitter.com/VHGn8G2i4r
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2025
मोदी ने एक वीडियो नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः पोस्ट करके अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस मिट्टी की सौगंध खाकर हमारे वीरों ने आजादी की लड़ाई लड़ी। एक संस्मरण में कहा इसी माटी में सौ साल पहले एक छोटा सा बच्चा लकड़ियां बो रहा था पिता ने पूछा क्या बो रहे हो तो बालक ने कहा बंदूकें बो रहा हूं। पिता ने पूछा क्या इन बंदूकों का क्या करोगे तो बालक ने कहा अपने देश को आजाद कराऊंगा। उसी बालक ने बड़े होकर बलिदान की वो ऊंचाई हासिल की जिसे आज भी छूना मुश्किल है। वह बालक कोई और नहीं भगत सिंह थे। आज इतने साल बाद भी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की गौरव गाथा बच्चे बच्चे की जुबान पर है। उन्होंने देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले अमर शहीदों को भावांजलि समर्पित की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, माँ भारती के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद भगत सिंह, राजगुरु, और सुखदेव को ‘शहीद दिवस’ पर स्मरण कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
इन महान क्रांतिकारियों ने अपने जीवन से यह सिद्ध किया कि राष्ट्रप्रेम से बड़ा कोई कर्त्तव्य नहीं होता है। अपने शौर्य और ओजस्वी विचारों से युवाओं में देशभक्ति का संचार कर, राष्ट्रव्यापी स्वाधीनता आंदोलन की अलख जगाने वाले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का बलिदान युगों-युगों तक देशवासियों को ‘राष्ट्र हित सर्वोपरि’ की प्रेरणा देता रहेगा।
माँ भारती के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद भगत सिंह, राजगुरु, और सुखदेव को ‘शहीद दिवस’ पर स्मरण कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) March 23, 2025
इन महान क्रांतिकारियों ने अपने जीवन से यह सिद्ध किया कि राष्ट्रप्रेम से बड़ा कोई कर्त्तव्य नहीं होता है। अपने शौर्य और ओजस्वी विचारों… pic.twitter.com/dTwCUmr2k0
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा, शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु जी के शहीद दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। अन्याय और अत्याचार के खिलाफ उनका निडर संघर्ष और सर्वोच्च बलिदान हर भारतीय के लिए एक मिसाल है। भगत सिंह जी की लड़ाई सिर्फ ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ ही नहीं, बल्कि जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध भी थी। समानता व भाईचारे पर आधारित उनके ये विचार हमें सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।
शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु जी के शहीद दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 23, 2025
अन्याय और अत्याचार के खिलाफ उनका निडर संघर्ष और सर्वोच्च बलिदान हर भारतीय के लिए एक मिसाल है।
भगत सिंह जी की लड़ाई सिर्फ ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ ही नहीं, बल्कि जातिवाद और सामाजिक भेदभाव… pic.twitter.com/NspbBQTDh9