Ludhiana Court Blast : लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट में कैसे हो संदिग्ध की पहचान? शव के चिथड़े से मिला सिर्फ टैटू
पंजाब के लुधियाना कोर्ट परिसर के टॉयलेट में गुरुवार को हुए धमाके पर एक अहम जानकारी सामने आ रही है। जांच के दौरान एजेंसियों को घटनास्थल से हाई ग्रेड एक्सप्लोसिव (High grade explosives) मिला है।
Ludhiana Court Blast : पंजाब के लुधियाना कोर्ट परिसर के टॉयलेट में गुरुवार को हुए धमाके पर एक अहम जानकारी सामने आ रही है। जांच के दौरान एजेंसियों को घटनास्थल से हाई ग्रेड एक्सप्लोसिव (High grade explosives) मिला है। वहीं, अब तक जिस युवक पर यहां धमाका करने का शक है, उसके शव की पहचान के नाम पर सिर्फ एक टैटू मिला है।
एक राष्ट्रीय मीडिया चैनल की मानें तो, फॉरेंसिक और बम निरोधक दस्ते (bomb disposal squad) की टीम को शुरुआती जांच में पता चला है कि इस धमाके में उच्च स्तरीय क्षमता वाले विस्फोटक (High grade explosives) का प्रयोग हुआ है। बता दें, कि हाई ग्रेड एक्सप्लोसिव आमतौर पर PETN या आरडीएक्स होता है। हालांकि, अभी तक ये नहीं पता चला है कि ये PETN है या आरडीएक्स। लेकिन, जांच अभी जारी है। जिसके बाद ही इस संबंध में कुछ कहा जा सकता है।
पहचान के नाम पर सिर्फ टैटू मिला
ज्ञात हो, कि लुधियाना कोर्ट परिसर में धमाके में एक शख्स की मौत हो गई थी। अभी तक अनुमान यही लगाया जा रहा है, कि जिस शख्स की मौत हुई है, शायद उसी ने बम धमाका किया हो। इस धमाके के बाद मौके पर पहुंची NSG की टीम को टॉयलेट से एक क्षत-विक्षत हालत में एक शव मिला था। उस शव को टॉयलेट से निकाला जा चुका है। हालांकि, अभी तक शव की शिनाख्त नहीं हुई है। पहचान के नाम पर सिर्फ एक टैटू मिला है। अब, ऐसे में सवाल उठता है कि इस धमाके को करने वाला था कौन, इसका पता अब कैसे चल पाएगा।
कई अहम जानकारियां NSG टीम ने मौके से जुटाई
जांच एजेंसियां अभी तक यही मान रही है कि उक्त युवक जब टॉयलेट में बम लगाने की कोशिश कर रहा होगा, तभी ये धमाका हो गया। जिससे उसकी मौत हो गई। जांच के दौरान NSG टीम को जो शव मिला है, वह एक युवक का बताया जा रहा है। अनुमानतः उसकी उम्र 30 से 35 साल के बीच आंकी जा रही है। बताया ये भी जा रहा है, कि विस्फोट को लेकर कई अहम जानकारियां NSG टीम ने मौके से जुटाई है।
क्या था मामला?
बता दें, कि कल यानी गुरुवार को पंजाब के लुधियाना कोर्ट परिसर में दोपहर के समय एक जबरदस्त धमाका हुआ। इस विस्फोट में एक व्यक्ति की जान चली गई। जिस व्यक्ति की मौत हुई है, अभी तक उसे ही संदिग्ध माना जा रहा है। गनीमत रही, कि गुरुवार को वकीलों की हड़ताल थी। नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। कोर्ट परिसर में हुए इस धमाके ने वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं।